प्रयागराज ब्यूरो । शहर के शाहगंज थाना क्षेत्र स्थित पानदरीबा में अवनीश सिंह व सौरभ सिंह का पुराना जर्जर मकान है। दोनों एक ही परिवार के हैं। इसलिए उनका मकान भी एक दूसरे से सटा हुआ था। बताते हैं कि इन दिनों अवनीश सिंह अपने जर्जर मकान को बनवा रहे थे। निर्माणाधीन मकान में मजदूर काम कर रहे थे। काम के दौरान शनिवार शाम अचानक सौरभ सिंह के मकान की जर्जर दीवार ढह गई। दीवार के मलबे में विजय बहादुर राम (42) दब गया। घटना उस वक्त हुई जब उसका साथी रुदल गुटखा लेने दुकान पर गया था। हादसे के बाद पूरे शहर में हड़कंप मच गया। घटना की खबर सुनते ही शाहगंज थाने की फोर्स के साथ तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। छानबीन में विजय बहादुर कहीं नहीं मिला। लोगों को उस वक्त लगा कि डर के मारे वह कहीं भाग गया होगा। फिर भी आशंका बस मलबे को हटाने का काम अफसरों के आदेश पर चलता रहा।

खोजन में जुटी थी एनडीआरएफ टीम

इस काम में एनडीआरएफ सहित पीडीए व अन्य विभागों की टीमें अफसरों द्वारा लगाई गई। रविवार सुबह मजदूर बिजय बहादुर राम की बॉडी मलबे से बरामद की गई। करीब बार घंटे तक मलबे में दबने से उसकी मौत हो चुकी थी। फिर तसल्ली के लिए उसे पुलिस द्वारा एसआरएन हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर उसके घर पहुंची तो कोहराम मच गया। परिवार के लोग भागकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। पोस्टमार्टम बाद पुलिस बॉडी को उसके परिजनों के हवाले कर दी। मजदूर विजय बहादुर राम मूल रूप से गाजीपुर जनपद स्थित मरदा मुस्तफाबाद का रहने वाला था। उसके परिवार में पत्नी प्रार्थनी देवी के साथ दो बेटे व दो बेटियां भी हैं। विजय की मलबे में दबने से मौत से बच्चे समेत पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। उसके बच्चे अभी काफी छोटे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर विजय बहादुर पड़ोसी रुदल के साथ यहां मजदूरी करने के लिए गाजीपुर से आया था। दोनों यहां मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण किया करते थे।

मलबे में दबी मजदूर विजय की बॉडी रविवार को बरामद की गई। पोस्टमार्टम बाद बॉडी उसके परिवार को सौंप दिया गया है। परिवार की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। यदि तहरीर दी जाएगी तो उसके आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।

अश्वनी कुमार सिंह, थाना प्रभारी शाहगंज