एनसीजेडसीसी में हुआ महोत्सव का रंगारंग समापन

फ्रांस की देवियानी ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति से बांधा समां

ALLAHABAD: हण्डिया माटी कथक महोत्सव का रंगारंग समापन मंगलवार को हुआ। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र में आयोजित समापन समारोह में भरतनाट्यम, कथक व रामायण नृत्य नाटिका की मनमोहक प्रस्तुतियों पर न केवल दर्शकों ने तालियां बजाई बल्कि उन पलों और कलाकारों की भावभंगिमा को भी अपने कैमरे में कैद किया।

साउथ इंडियन शैली ने मोह लिया

समारोह का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि डाक विभाग, नई दिल्ली की निदेशक हिमा उस्मान, श्वेता टंडन व जाह्नवी अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। समापन समारोह में खासतौर से फ्रांस से आई कलाकार देवियानी ने मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति की। उन्होंने दक्षिण भारतीय शैली के नृत्य भरतनाट्यम को तिल्लाना शैली में प्रस्तुत किया। कानपुर से आए पं। रामबाबू भट्ट ने प्रभु श्रीराम को समर्पित 'केशर को तिलक भाल, केशर को तिलक भाल' की प्रस्तुति की तो सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

नृत्य से कैकेयी का चरित्र चित्रण

अगली प्रस्तुति स्वामी विवेक चैतन्य की रही। उन्होंने कैकेयी की बलिदान गाथा की प्रस्तुति साथी कलाकारों के साथ की। जिसमें कैकेयी की खलनायक छवि को जनमानस की भ्रान्ति सिद्ध किया। महोत्सव का मुख्य आकर्षण रामायण नृत्य नाटिका रहा। कथक नृत्यागंना उर्मिला शर्मा ने 28 कलाकारों के साथ प्रस्तुत किया। नृत्य नाटिका के जरिए राम के जन्म और बालकाल की भावपूर्ण प्रस्तुति से कलाकारों ने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रेया, पूजा व प्रिया कुशवाहा ने उपज, थाट, तिहाईयां, गत, निकास व ठुमरी पर भाव नृत्य की प्रस्तुति की। महोत्सव संयोजक हरि नारायण मिश्र ने विशिष्ट अतिथि व कलाकारों को प्रशस्ति पत्र व बुके देकर सम्मानित किया।