प्रयागराज ब्यूरो । युवा अधिवक्ताओं को शुरुआत के पांच साल कठिन परिश्रम से वकालत का ज्ञान सीखना चाहिए। युवा अधिवक्ता अपने खाली समय का उपयोग करना सीख लें तो आने वाले समय में कानून की समझ उनके लिए आसान हो जाएगी। युवा अधिवक्ताओं को कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ताओं की बहस को सुनना चाहिए। ताकि उनके अंदर बहस करने की झिझक खत्म हो सके।
यह बातें युवा अधिवक्ता संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति मयंक कुमार ने कहीं। विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति गजेंद्र कुमार ने कहा कि विधि का क्षेत्र बहुत की वृहद और व्यापक है। अदालत में अपने मुकदमें का पक्ष रखने से पहले अच्छी तरह से तैयारी का विशेष महत्व है। कार्यक्रम में उपस्थित युवा अधिवक्ताओं ने न्यायमूर्तियों से विभिन्न विधिक मामलों पर प्रश्न किया। जिसका न्यायमूर्तियों ने समाधान किया।
युवा अधिवक्ता संवाद कार्यक्रम का आयोजन हाईकोर्ट के लाइब्रेरी हाल में आयोजित किया गया। अध्यक्षता बार के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह और संचालन संयुक्त सचिव लाइब्रेरी अजय सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन महासचिव नितिन शर्मा ने किया। यह जानकारी संयुक्त सचिव प्रेस अमरेंदु सिंह ने दी। बताया कि कार्यक्रम में अमित कुमार श्रीवास्तव, आशुतोष पांडेय, अशोक कुमार त्रिपाठी, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, स्वर्ण लता सुमन, सर्वेश कुमार दुबे, अजय सिंह, अंजना चतुर्वेदी, प्रीति द्विवेदी, सरिता सिंह, अभ्युदय त्रिपाठी, विनोद राय, अमित कुमार पांडेय, ओमप्रकाश विश्वकर्मा, अरविंद कुमार सिंह, अरुण कुमार त्रिपाठी, आशुतोष मिश्रा आदि उपस्थित रहे।हाईकोर्ट में स्टिकर का विमोचन आज
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के तत्वावधान में आज एडवोकेट्स आइडेंटिफिकेशन स्टिकर का विमोचन किया जाएगा। यह स्टिकर अधिवक्ता अपने चार पहिया वाहन पर लगा सकेंगे। यह जानकारी महासचिव नितिन शर्मा ने दी है।