प्रयागराज ब्यूरो । इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैंपस में स्थित सभी डिपार्टमेंट के एकेडमिक क्वालिटी चेक की दिशा में आगे कदम बढ़ाने जा रही है। रोड मैप तैयार कर लिया गया है। पांच फरवरी से आडिट की शुरुआत हो जाएगी। दस दिनो के भीतर सात सदस्यीय टीम सभी डिपार्टमेंट में आडिट के लिए पहुंचेगी। क्लालिटी चेक के फैक्ट्स के बेस पर जरूरी चेंजेज के लिए कदम आगे बढ़ाया जायेगा। इसका फायदा यूनिवर्सिटी को आने वाले दिनों में होने वाली नैक टीम की विजिट से पहले व्यापक सुधार के रूप में भी मिलेगा।
खोजेंगे कमी, करेंगे सुधार
एकेडमिक अडिट टीम के चेयरमैन प्रो। सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि अकादमिक ऑडिट रिपोर्ट किसी संस्थान में शिक्षा की गुणवत्ता का आकलन और सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सही रिपोर्ट से यह सुनिश्चित होता है कि शैक्षणिक कार्यक्रम स्थापित मानकों को पूरा करते हैं और संस्थान के मिशन और लक्ष्यों के अनुरूप हैं। यह अकादमिक ऑडिट रिपोर्ट नैक की मान्यता पाने के लिए आवश्यक घटक होती है। ऑडिट प्रक्रिया केवल कमियों की पहचान करने के लिए नहीं है बल्कि उन क्षेत्रों को पहचानने के बारे में भी है जहां सुधार की जरूरत है, ताकि समग्र शैक्षिक वितरण में निरंतर सुधार किया जा सके। इसके साथ ही ऑडिट रिपोर्ट यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि संस्थान निर्धारित नियामक आवश्यकताओं और मानकों का अनुपालन कर रहा है या नहीं।
हर दिन कवर होंगे सात विभाग
टीम से सदस्य एवं नैक के को-आर्डिनेटर प्रो। मनोज कुमार ने बताया कि शैक्षणिक ऑडिट रिपोर्ट शैक्षणिक संस्थानों की गुणवत्ता, प्रभावशीलता और अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए अभिन्न अंग हैं। वे सुधार के लिए एक रोडमैप प्रदान करते हैं, रणनीतिक निर्णय लेने का समर्थन करते हैं। टीम प्रतिदिन सात विभागों में जाकर अकेडमिक अडिट करेगी। विभागों में जहां भी खामियां पाई जाएंगी वहां सुधार के लिए प्रयास किए जाएंगे। नैक के कोआर्डिनेटर प्रो। माधवेंद्र कुमार ने बताया कि सात विषयों पर विभागों का मूल्यांकन किया जाएगा। इस दौरान प्रमुख रूप से पाठ्यक्रम, शैक्षिक गतिविधि, शोध, बुनियादी ढांचे और नवाचार विषयों पर मंथन किया जाएगा।

ये लोग हैं टीम में शमिल
यूनिवर्सिटी की वीसी प्रो। संगीता श्रीवास्तव की ओर से गठित टीम में प्रो। सुशील कुमार शर्मा को चेयरमैन नियुक्त किया गया है। आतंरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के कोआर्डिनेटर प्रो। मधुरेंद्र कुमार, सीनियर प्रोफेसर बेचन शर्मा और नैक के को-आर्डिनेटर प्रो। मनोज कुमार को टीम का सदस्य बनाया गया है। इसके साथ ही टीम में दो विभागीय शिक्षकों को भी शामिल किया गया है और टीम में एक शिक्षक विश्वविद्यालय के बाहर से भी रहेगा।