72 ताबूत के जुलूस से प्रभावित हुए सुल्तानपुर के कारोबारी सिब्ते हसन रजा

लेकर आएंगे एक हजार पर्ची, लकी ड्रा के विजेता को भेजा जाएगा कर्बला

ALLAHABAD: इलाहाबाद ही नहीं पूरे प्रदेश में अजादारी के सबसे बड़े 72 ताबूत जुलूसस निकालने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। जुलूस 13 नवम्बर को निकलेगा। इस बार का आयोजन कुछ अलग होगा। पिछले पांच वर्ष से जुलूस में शिरकत कर रहे सुल्तानपुर के कारोबारी सिब्ते हसन रजा इस बार एक हजार पर्ची लेकर आएंगे। पर्ची एक हजार लोगों को वितरित की जाएगी। यह कोई आम पर्ची नहीं होगी, पर्ची के जरिए लकी ड्रा से जिस विजेता का नाम घोषित किया जाएगा उसे कर्बला की जियारत के लिए फ्री ऑफ कास्ट भेजा जाएगा। यह जानकारी सोमवार को अंजुमन खुद्दामे मोजिजनुमा, रजिस्टर्ड के उपाध्यक्ष व मीडिया प्रभारी सैयद अजादार हुसैन ने प्रेस वार्ता में दी।

अप्रैल में भेजने की योजना

सैयद अजादार हुसैन ने बताया कि 72 ताबूत का जुलूस निकालने से पहले मंच से विजेता के नाम की घोषणा की जाएगी। विजेता को अप्रैल में कर्बला की जियारत को भेजा जाएगा। इसके लिए विजेता से एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा। विजेता के फ्लाइट से आने जाने पर खर्च होने वाला 75 हजार रुपया संस्था वहन करेगी। उन्होंने बताया कि यदि विजेता का पासपोर्ट नहीं बना होगा तो संस्था उसे पासपोर्ट बनवाने के लिए एक महीने का मौका देगी। वार्ता में संस्था के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता सैयद रजा हसनैन व महामंत्री प्रख्यात शायर नजीब रजा उर्फ नजीब इलाहाबादी भी मौजूद रहे।

क्या है जुलूस की खासियत

इस बार राष्ट्रीय एकता को समर्पित 72 ताबूत जुलूस का 30वां दौर होगा

एक के पीछे एक निकलने वाले ताबूत के सबसे आगे पांच ऊंटों का रहेगा काफिला

इलाहाबाद में रहने वाले ईरान, ईराक व ब्लूचिस्तान के दो दर्जन छात्र-छात्राओं को किया गया है आमंत्रित

इमामबाड़ा जद्दन मीर साहब से कर्बला के 72 शहीदों की याद में निकलने वाले जुलूस में जौनपुर के मौलाना इन्तेजार आब्दी सभी का संक्षिप्त परिचय देंगे

जुलूस में सीतापुर की महमूदाबाद स्टेट के अलावा सर्वाधिक सदस्यता वाली अंजुमन नकविया रजिस्टर्ड सहित शहर की आधा दर्जन अंजुमनें शरीक होंगी