प्रयागराज ब्यूरो । उन्होंने निविदाओं से सम्बंधित प्रक्रियाओं को जल्द से जल्द पूर्ण कराये जाने के लिए कहा है, जिससे कि कार्य को समय से प्रारम्भ कर समय से पूर्ण कराया जा सके। सभी कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कराये जा रहे कार्यों की थर्ड पार्टी से जांच कराने व लगातार कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते रहने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। एनएचएआई के द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इसके लिए अभी से प्लान बनाकर कार्य किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने अधिकारियों को इस कार्य को मिशन मोड में शीर्ष प्राथमिकता पर कराने तथा लगातार कार्य की मानीटरिंग करने के निर्देश दिए है।

जल्द परियोजनाओं को मिले स्वीकृति

बैठक में कुम्भ मेला अधिकारी ने आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, पर्यटन विभाग, नगर विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों की जो योजनाएं व परियोजनाएं स्वीकृति हेतु लम्बित है, उसके स्वीकृति के लिए मुख्य सचिव महोदय के समक्ष प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिस पर मुख्य सचिव ने जल्द से जल्द योजनाओं व परियोजनाओं की स्वीकृति प्रदान किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने आईसीसीसी स्थित कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर को और विस्तारित कर उसे पूरे शहर के साथ ही रेलवे से कनेक्ट किया जाये, जिससे कि मेले में आने वाली भीड़ की हर गतिविधि पर प्रशासन की नजर रहे।

साफ सफाई के लिए मोहल्लों को करें पुरस्कृत

उन्होंने मेला क्षेत्र व नगर क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि शहर में साफ-सफाई के प्रति लोगो को जागरूक करने के लिए सिटी चैलेंज की शुरूआत करें, जिसके अन्तर्गत मोहल्ले-मोहल्ले में सफाई के लिए 9 दिन का चैलेंज दें, जो मोहल्ला सबसे ज्यादा साफ सुथरा होगा, उनको पुरस्कृत करें। इसी तरह दूसरे फेज में सुंदर सिटी का चैलेंज करें, तीसरे फेज में ग्रीन सिटी का चैलेंज देकर लोगो को इससे जोड़े। इस अवसर पर इस अवसर पर प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, एडीजी भानु भाष्कर, कमिश्नर विजय विश्वास पंत, पुलिस आयु1त रमित शर्मा, आईजी चन्द्र प्रकाश, डीएम नवनीत सिंह चहल, पीडीए वीसी अरविंद चौहान, नगर आयुक्त चन्द्र मोहन गर्ग सहित सभी सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मौके पर पहुंचकर लिया जायजा

इसके पहले मुख्य सचिव ने शुक्रवार को महाकुंभ की तैयारियों के दृष्टिगत कराये जा रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्माणाधीन एयरपोर्ट रोड़, सूबेदारगंज सेतु, नागवासुकी मंदिर के पर्यटन कार्यों, रिवर फ्र ंट रोड़, दशाश्वमेध घाट, बड़े हनुमान मंदिर, अक्षयवट, एमआरएफ सेंटर नैनी, डिजिटल कुम्भ म्यूजियम, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नैनी, त्रिवेणी पुष्प नैनी, टेंट सिटी एवं सरस्वती हाईटेक सिटी सहित अन्य स्थलों पर कराये जा रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। कौशाम्बी पर्यटन स्थल से प्रयागराज को जोडऩे वाली फोरलेन रोड़, एयरपोर्ट से संगम तक नॉन स्टॉप कनेक्टीविटी हेतु लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायी जा रही सड़कों का निरीक्षण किया। सूबेदारगंज में उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम द्वारा बनाये जा रहे सेतु के कार्यों का निरीक्षण करते हुए सभी कार्यों को समय से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए है।

सड़क किनारे हो पौधरोपण

मुख्य सचिव ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय परिसर में बन रहे ऑडिटोरियम एवं कंवेंशन सेंटर का निरीक्षण किया। वहां पर नवनिर्मित हॉकी टर्फ का भी निरीक्षण किया। उन्होंने नागवासुकी मंदिर दारागंज तथा रीवर फ्र ंट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सड़क के किनारे पौधरोपण के लिए कहा है। नागवासुकी मंदिर के सौंदर्यीकरण के कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। भीष्म पितामह की प्रतिमा का निरीक्षण करते हुए उन्होंने वहां की दीवारों पर ऑयल पेंट कराते हुए उसपर भीष्म पितामह के जीवन चरित्र से सम्बंधित विषयों को अंकित कराये जाने के लिए कहा है। दशाश्वमेध घाट का निरीक्षण करते हुए उन्होंने घाट के सौंदर्यीकरण के बारे में जानकारी ली, जिसपर बताया गया कि 7 नये पक्के घाट बनाये जा रहे है। उन्होंने सरस्वती हाईटेक सिटी नैनी, एसटीपी अरैल, डिजिटल म्यूजियम, त्रिवेणी पुष्प, टेंट सिटी नैनी सहित अन्य कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। करते हुए सभी कार्यों को समय से पूरा कराये जाने के निर्देश दिए है। मुख्य सचिव महोदय ने सरस्वती हाईटेक सिटी में पौधरोपण भी किया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि हुए शामिल

मुख्य सचिव एएमए हॉल में आयोजित बॉटनी विभाग के 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित बॉटनी विभाग के पुराछात्र समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। उन्होंने वनस्पति विज्ञान विषय के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में इसका बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह सपना है कि जब हम 2047 में देश की आजादी का 100 वर्ष मनायेंगे, तब हमारा देश विकसित देश होगा। उन्होंने कहा कि जब देश विकसित देश होगा, तो व्यवस्थायें भी विकसित होगी। कहा कि विकास की झलक आज देश में दिखाई भी पड़ रही है। उन्होंने बॉटनी विभाग के 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 100 वर्ष से सम्बंधित एलुमिनाई बैलून पुस्तक का लोकार्पण किया। इस अवसर पर डॉ देवाशीष बनर्जी, प्रो हरबंश कौर केहरी, संजय श्रीवास्तव, डॉ शुचित आशीष आदि उपस्थित रहे।