प्रयागराज (ब्‍यूरो)। किस पर भरोसा करें। यूं तो ये सवाल न जाने कब से रिश्तों के बीच बना हुआ है, मगर हाल फिलहाल हो रही वारदातों ने इस सवाल को और मौजूं कर दिया है जब मासूमों के कत्ल की वारदातें सामने आती हैं और घटना का खुलासा होने पर पता चलता है कि कत्ल में किसी अपने का ही हाथ है। बैरहना में पड़ोसी ने एक मासूम का कत्ल कर दिया, जबकि शंकरगढ़ में कारोबारी के बेटे को उसके ड्राइवर के भाई ने मार डाला। वहीं, नैनी में एक मुंहबोले मामा ने भांजे का अपहरण कर लिया। उसे कुएं में मरा जानकर फेंक दिया, ये बात दीगर है कि बच्चा बच गया। उसे जिंदा कुएं से निकाल लिया गया।

पड़ोसी ने कर दिया कत्ल
बैरहना के ओल्ड लश्कर लाइन में रहने वाले शिवमूल को शायद ही पता था कि पड़ोसी पम्मी गुप्ता उनके बेटे को मार डालेगा। दोनों के परिवार के बीच इतना मेलजोल था कि घटना का खुलासा होने के बाद किसी को भरोसा ही नहीं हुआ कि मासूम अंशू का हत्या पम्मी गुप्ता है। अंशू अक्सर पम्मी के साथ घूमने चला जाता था। पम्मी बैरहना में ग्रीन स्वीट हाउस के मालिक की कार चलाता था। स्वीट हाउस से अक्सर वह खाने पीने का सामान लाकर अंशू को देता था। जिस पर अंशू भी उसे बहुत मानता था। 17 मई की रात करीब साढ़े सात बजे अंशू गायब हुआ। उसके दूसरे दिन शनिवार को जब अंशू के लापता होने की खबर फैली तो पम्मी गुप्ता भी परिवार के साथ अंशू को खोजने में लगा रहा। रविवार को जब मोहल्ले के लोगों को पम्मी पर शक हुआ तो पम्मी गुप्ता फंस गया। पुलिस ने पम्मी गुप्ता को पकड़ा और कर्रा किया तो उसने राजफाश कर दिया। पुलिस के मुताबिक पम्मी गुप्ता ने अपने साथी शनी सिंह के साथ मिलकर फिरौती के लिए अंशू का अपहरण किया था। रात में ही उसने पकड़े जाने के डर से अंशू को मार दिया।

ड्राइवर के भाई ने मारा
23 सितंबर 2023 को शंकरगढ़ के रहने वाले कारोबारी पुष्पराज केसरवानी के बेटे शुभ केसरवानी का अपहरण हो गया। घटना शाम करीब पांच बजे की है। शाम को शुभ नहीं मिला तो घरवाले परेशान हुए। शाम करीब सात बजे पुलिस को सूचना दी गई। रात में करीब साढ़े आठ बजे पुष्पराज के पास फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि शुभ उसके कब्जे में है, पंद्रह लाख रुपये लेकर डभौरा के जंगल में आ जाओ। इतना सुनते ही पुष्पराज के होश उड़ गए। पुष्पराज ने पुलिस को बताया तो पुलिस एक्टिव हो गई। मोबाइल नंबर को सर्विलांश पर लिया गया। डिटेल से पता चला कि मोबाइल नंबर सुखदेव निवासी बरगढ़ छरहरा के नाम से है। सुखदेव पुष्पराज के ड्राइवर लोकनाथ का चचेरा भाई है। सुखदेव अक्सर लोकनाथ से मिलने आता था तो वह पुष्पराज और उसके घरवालों से भी मिलता था। रात भर पुलिस डभौरा के जंगल में शुभ की तलाश में घूमती रही। सुबह शुभ की बॉडी मिली। पुलिस ने हत्यारे सुखदेव को पकड़ लिया था। मगर सुखदेव शुभ की हत्या कर चुका था।

मुंहबोले मामा ने कर लिया अपहरण
28 फरवरी 2024 को नैनी के एक मासूम का अपहरण उसके मुंह बोले मामा ने कर लिया। मासूम को युवक ने मेजा के पास एक कुएं में मरा जानकर फेंक दिया। नैनी पुलिस ने सीसीटीवी से घटना का खुलासा किया। पता चला कि फिरौती के लिए मासूम का अपहरण किया गया था।

पड़ोसी लड़कों ने मार डाला
नैनी में ही एक और घटना हुई। नैनी चकदाउद नगर के रहने वाले एक मासूम को उसके पड़ोसी लड़कों ने मार दिया। दूसरे दिन मासूम की बॉडी गांव के पास खंडहर में मिली। पता चला कि आरोपित लड़के अप्राकृतिक हरकत करते थे। जिसे मासूम ने देख लिया था। पकड़े जाने के डर से मासूम को पड़ोसी लड़कों ने मार दिया।

परिचित ही बना कालेे
13 फरवरी 2014 को नैनी के देवरख में रहने वाले गणेश शंकर तिवारी के बेटे आशीष की हत्या कर दी गई। नौ वर्षीय आशीष की बॉडी गांव के पास नाले में मिली थी। पुलिस ने खोजबीन की तो पता चला कि आशीष की हत्या गांव के ही नंदलाल भारतीया ने अपने एक परिचित के साथ मिलकर की थी। नंद लाल का गणेश शंकर के घर आना जाना था।

बच्चों पर रखें नजर
- छोटे बच्चों को ज्यादा देर बाहर न रहने दें।
- पड़ोसियों की गतिविधियों पर नजर रखें।
- बच्चों को किसी के भी साथ जाने से रोकें।
- बच्चों को सख्त हिदायत दें कि वह खाने पीने की लालच में न पड़ें।
- बच्चों से बाहर मिलने वाले लोगों के बारे में जानकारी रखें।