प्रयागराज (ब्‍यूरो)। एक साथ तीन मौत से मु_ीगंज दहल गया था। इस घटना को मु_ीगंज सत्ती चौरा के लोग शायद ही कभी भूल पाएं। मामले में मु_ीगंज थाने के पास सत्ती चौरा में घर के अंदर आत्महत्या करने वाली अंशिका के पति अंशू केसरवानी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में यह आठवीं गिरफ्तारी है। अंशिका के आत्महत्या के बाद मायके वालों ने अंशू के घर में आग लगा दी थी। आग की घटना में अंशू के माता पिता की झुलसने से मौत हो गई थी। जिस पर दोनों तरफ से केस दर्ज किया था। पुलिस ने मायके पक्ष के सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं, अब अंशिका के पति अंशू की गिरफ्तारी की गई है।

दहेज के लिए उत्पीडऩ का आरोप
मु_ीगंज थाने के पास रहने वाले राजेंद्र केसरवानी लकड़ी का कारोबार करते थे। राजेंद्र के एकलौते बेटे अंशू केसरवानी की शादी झलवा के रहने वाले सरदारी लाल केसरवानी की बेटी अंशिका के साथ हुई थी। 18 मार्च की रात अंशिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना रात के करीब दस बजे की है। इसकी सूचना मिलने पर झलवा से मायके वाले मु_ीगंज पहुंच गए। इसके बाद गुस्साए मायके वालों ने अंशू केसरवानी के घर में आग लगा दी थी। आग की घटना में अंशू के पिता राजेंद्र केसरवानी और मां शोभा देवी की झुलने से मौत हो गई थी।

सारी रात बुझाई गई आग
राजेंद्र केसरवानी के तीन मंजिला मकान के ग्राउण्ड फ्लोर पर लकड़ी का गोदाम था। मायके वालों ने पेट्रोल डालकर लकड़ी के गोदाम में आग लगा दी थी। दूसरी मंजिल पर राजेंद्र केसरवानी और उनकी पत्नी शोभा फंस गए। आग इतनी भीषण थी कि दोनों को काफी प्रयास के बाद भी घर से बाहर नहीं निकाला जा सका। फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां सारी रात आग बुझाती रहीं। सुबह आग बुझी तो दोनों की बॉडी उनके कमरे में मिली।

मायके पक्ष के सात गिरफ्तार
घटना के दूसरे दिन मु_ीगंज पुलिस ने अंशिका के पिता सरदारी लाल केसरवानी, भाई अंशू केसरवानी, भाई आदर्श केसरवानी, चाचा रसिक लाल केसरवानी, चाचा के बेटे शुभम केसरवानी, शुभम केसरवानी, अभिषेक केसरवानी की गिरफ्तारी की थी। सभी सातों आरोपितों को जेल भेज दिया गया था। इस मामले में मु_ीगंज पुलिस ने अब अंशिका के पति अंशू केसरवानी को गिरफ्तार किया है। अंशू की गिरफ्तारी उसके घर के पास से की गई है। घटना के बाद से अंशू गायब था। माहौल ठंडा होने पर वह घर लौटा। जानकारी पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

अंशिका की आत्महत्या के मामले में दोनों पक्ष ने केस दर्ज कराया था। जिसमें से मायके पक्ष के सात लोगों को घटना के दूसरे दिन गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। अब अंशू की गिरफ्तारी की गई है। उसे जेल भेज दिया गया है।
सुनील बाजपेयी, इंस्पेक्टर मु_ीगंज