- खुलासे व जांच में विलंब पर अपर मुख्य सचिव गृह ने एसएसपी को भेजा लेटर

- सात मई को बेटी समेत दंपति का गला रेत कर कातिलों ने दिया था वारदात को अंजाम

PRAYAGRAJ: मांडा क्षेत्र के आंधी गांव में हुए ट्रिपल मर्डर केस के खुलासे व विवेचना में विलंब को अपर मुख्य सचिव गृह ने संज्ञान लिया है। कातिलों ने बेटी समेत दंपत्ति का गला रेत कर मौत के घाट उतार दिया था। वारदात सात मई की रात अंजाम दिया गया था। वारदात के बाद फैले आक्रोश की गूंज सीएम के कानों तक पहुंची थी। मुख्यमंत्री ने अविलंब जांच कर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए थे।

सोते समय उतारे गए थे मौत के घाट

आंधी गांव निवासी नन्दलाल व उसकी पत्‍‌नी एवं बेटी राज दुलारी सात मई की रात घर में सो रही थी। इस बीच पहुंचे कातिलों ने तीनों को मौत के घाट उतार दिया। इनकी हत्या धारदार हथियार से की गई थी। इस औजार से तीनों के गले पर प्रहार किया गया। गला रेत कर मौत के घाट उतारे गए गांव के तीन लोगों की घटना से आक्रोश फैल गया था। आलम यह था कि मौके पर पहुंचे अफसरों को वे बॉडी तक नहीं उठाने दे रहे थे। हंगामा बरपा तो मांडा के आंधी गांव से निकली मातम की गूंज मुख्यमंत्री के कानों तक जा पहुंची। उन्होंने अविलंब विवेचना व दोषियों पर कार्यवाही के निर्देश दिए। यह बात मालूम चलने के बाद ग्रामीण बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजने दिए। हालांकि इसके पूर्व सभी डीएम को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे।

तीन दिन में दें अब तक की कार्यवाही की जानकारी

आज तक इस मामले का खुलासा और विवेचना में बरती जा रही लापरवाही एक बार फिर शासन तक पहुंच गई है। सूत्र बताते हैं कि ढिलाई को देखते हुए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने एसएसपी से केस में आख्या मांगी है। उन्होंने कहा है कि तीन दिन में घटना को लेकर अब तक की कार्यवाही से उन्हें अवगत कराया जाय। यह भी कहा कि विवेचना यानी जांच को गंभीरता से लेते हुए शीर्ष केस का निस्तारण किया जाय। अपर मुख्य सचिव गृह द्वारा मांगी गई आख्या पर जवाब देने के लिए एडीजी प्रेम प्रकाश व आईजी कवींद्र प्रताप सिंह ने एसएसपी को पत्र लिखा है।

प्रकरण में जांच की जा रही है। केस का अभी खुलासा नहीं हो सका है। कातिलों की बाबत क्लू तलाशे जा रहे हैं। शासन से आख्या मांगी गई है, यह जानकारी हमें नहीं है।

सुरेंद्र कुमार वर्मा, प्रभारी निरीक्षक मांडा