इंक्रोचमेंट और जाम से पूरा एरिया होता है परेशान, सफाई का नहीं कोई खास इंतजाम

ALLAHABAD: सुपाड़ी-कत्था मंडी, चाइना मार्केट, खिलौना मंडी, दवा की होलसेल मंडी, बर्तन मार्केट, इलेक्ट्रानिक मार्केट, शीशा मार्केट, मिठाई के साथ ही करीब एक दर्जन से अधिक मंडियों वाला शाहगंज वार्ड आज से एक-दो दशक पहले जैसा था, आज भी वैसा ही है। जानसेनगंज, लीडर रोड से लेकर घंटाघर और शाहगंज की गलियों में इंक्रोचमेंट और जाम की समस्या जस की तस हैं। गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। जबकि शाहगंज वार्ड से गवर्नमेंट को करोड़ों रुपया मिलता है, क्योंकि यहां मंथली अरबों रुपये का बिजनेस होता है।

एट-ए-ग्लांस

वार्ड-63 शाहगंज

पार्षद- जफर

क्वालिफिकेशन- कक्षा नौ पास

आबादी- 30 हजार

वोटर- 11 हजार 900

मोहल्ला- जानसेनगंज, पुराना पानदरीबा, पानदरीबा, नया पानदरीबा, शाहगंज, हाथीराम मंदिर चौराहा, लीडर रोड, सुजात खान की सराय, दुर्गा पूजा स्थल, इलेक्ट्रानिक मार्केट

क और हकीकत

बिजली-3-10

शाहगंज वार्ड में एक नहीं बल्कि एक दर्जन से अधिक स्पेशलाइज्ड मार्केट हैं। ये रोड के साथ ही घनी गलियों में चलती हैं, लेकिन इन मार्केट में तारों का जंजाल फैला हुआ है। शार्ट सर्किट की वजह से आए दिन आग लगने की घटनाएं घटती रहती हैं। बिजली के खंभे भी काफी पुराने हो गए हैं। लेकिन तारों को बदला नहीं जा सका है। ट्रांसफार्मर ओवर लोडेड हैं। क्षमता से अधिक कनेक्शन बांट दिए गए हैं।

पानी- 3-10

करीब 40 हजार की आबादी वाले वार्ड में वाटर सप्लाई के लिए चार ट्यूबवेल लगे हैं। लेकिन दो ट्यूबवेल इन दिनों खराब पड़े हैं। दो ट्यूबवेल से ही वाटर सप्लाई हो रही है। ज्यादातर एरिया में सुबह-शाम वाटर सप्लाई शुरू होते ही दस से पंद्रह मिनट तक पहले गंदा व बदबूदार पानी आता है। उसके बाद ही पानी साफ होता है। क्योंकि कई इलाकों की पाइप लाइन ध्वस्त हो चुकी है। हाथीराम मंदिर चौराहा, राजशिला होटल के पास लीडर रोड गंदे पानी की शिकायत लगातार की जा रही है।

सफाई-3-10

पुराने का शहर का मेन कॉमर्शियल हब, दवा मंडी होने के बाद भी सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे है। मेन रोड पर तो झाड़ू लग जाता है, लेकिन गलियों में तो कर्मचारी पहुंचते ही नहीं हैं। जगह-जगह गंदगी का ढेर मिल जाएगा। वहीं सीपी-डीपी भी पर डे साफ नहीं होता है। पार्षद का कहना है कि सुबह के साथ ही रात में भी मार्केट एरिया में झाड़ू लगता है। जिसके लिए 18 कर्मचारी लगाए गए हैं, लेकिन 10-12 कर्मचारी तो गायब ही रहते हैं।

सड़क- 3-10

जानसेनगंज, लीडर रोड के साथ ही चौक के मेन रोड को छोड़ दिया जाए तो चौक क्षेत्र से सटी सारी गलियां डिस्टर्ब हैं, जो सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदी गई और फिर खोद कर छोड़ दी गई। रमजान शुरू होने वाला है, लेकिन गलियों को बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है। जिससे अकीदतमंदों को दिक्कत हो सकती है।

आवारा पशु और इंक्रोचमेंट- 2-10

जानसेनगंज और लीडर रोड की चौड़ी सड़क हो या फिर शाहगंज और पानदरीबा की सकरी गलियां। दिन में इन इलाकों से व्हीकल लेकर गुजरना आसान नहीं है। पूरे इलाके में जबर्दस्त इंक्रोचमेंट है। पार्किंग न होने से रोड पर ही गाडि़यां पार्क होती हैं। वहीं आवारा पशुओं का आतंक भी पूरे इलाके में कम नहीं है। मार्केट में दिन भर पशु घूमते रहते हैं जो लोगों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही जाम लगने का कारण भी बनते हैं।

वार्ड बोलता है

नगर निगम की सफाई व्यवस्था से हम काफी परेशान हैं। कर्मचारी पर डे न झाड़ू लगाते हैं और न ही पर डे कचरा उठाते हैं। जिससे घर के बाहर ही कचरा फेंकना मजबूरी होती है। जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है।

जुनैद सिद्दीकी

सीवर बिछाने के नाम पर पूरे वार्ड की गलियों को जगह-जगह खोद डाला गया है, लेकिन मरम्मत नहीं हो रही है। कुछ दिनों बाद जब रमजान शुरू होगा तब समस्या बढ़ेगी। रमजान से पहले समस्या दूर होनी चाहिए।

मसूद अली

इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने की तैयारी चल रही है। जबकि शहर में फैल रही गंदगी और बीमारी पर नगर निगम अधिकारियों का कोई फोकस नहीं है। कुछ दिनों बाद बरसात का मौसम शुरू होने वाला है कचरे के ढेर और नाली सफाई पर अभी से ध्यान नहीं दिया तो फिर संक्रामक बीमारियां फैलेंगी और लोग बीमार होंगे।

सनाउल्ला

अतिक्रमण और जाम हमारे इलाके की सबसे बड़ी समस्या है। दोपहर के समय कोई इमर्जेसी पड़ जाए और कहीं जाना पड़ जाए तो इस इलाके से बाहर निकलने में आधा से एक घंटा लग जाता है। क्योंकि पूरी रोड जाम रहती है। जिससे व्यापारी और लोग सब परेशान हैं। लेकिन इस इंक्रोचमेंट और जाम का निदान किसी के पास नहीं है।

विक्की खान

पब्लिक डिमांड-

1. इंक्रोचमेंट और जाम की समस्या से मिले छुटकारा

2. सफाई की हो बेहतर व्यवस्था।

3. तारों के जंजाल से मिले मुक्ति

4. सुरक्षा के हों बेहतर उपाय

जवाब दो पार्षद जी

1. क्या आप अपने कार्यकाल में कराए गए कार्यो से संतुष्ट हैं?

- बिल्कुल मैने अपने वार्ड में चौमुखी विकास कार्य कराया है। पैसे के अभाव के बाद भी मूलभूत जरूरतों का ध्यान रखा है। पजावा का रामदल, बारवारी पूजा कमेटी, तुलसी समेत कई धार्मिक आयोजन इसी वार्ड से शुरू होते हैं। जिसका हमेशा ध्यान रखा जाता है और समय से पहले कार्य कराया जाता है।

2. आपके वार्ड की मुख्य समस्या क्या है?

मुख्य समस्या सफाई व्यवस्था है। जिस पर अगर अभी से ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में इसका गंभीर खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। क्योंकि गंदगी से ही बीमारी फैलती है। बरसात में संक्रामक बीमारी की भी आशंका बनी रहती है। वार्ड में एक नहीं कई गहरी नालियां हैं, जिनकी तली सफाई होती ही नहीं है। अधिकारी व कर्मचारी तो निरीक्षण करने आते ही नहीं है। पूर्व नगर आयुक्त देवेंद्र पांडेय और मेयर अभिलाषा गुप्ता के अलावा कोई और निरीक्षण करने नहीं आया।

3. अपने वार्ड को मॉडल वार्ड बनाने के लिए क्या किया?

सारी गलियों को बनवाया। स्ट्रीट लाइट लगवाए। अब एलईडी लाइट लगने जा रहे हैं। सफाई व्यवस्था के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है।