स्नान पर्व

मकर संक्रांति

14 जनवरी शाम 7.35 से

16 जनवरी मौनी अमावस्या

-मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर डुबकी लगाने को मेला क्षेत्र में पहुंचने लगे श्रद्धालु

-चौदह जनवरी को शाम 7.35 बजे से शुरू हो जाएगा संक्रांति का स्नान

ALLAHABAD: मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या स्नान के लिए मेला क्षेत्र में शुक्रवार से दूरदराज के क्षेत्रों से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इस बार भले ही पंद्रह जनवरी को मकर संक्रांति और उसके अगले दिन अमावस्या का स्नान पर्व पड़ रहा हो। लेकिन संक्रांति का पुण्य काल चौदह जनवरी को शाम 7.35 बजे प्रारंभ हो जाएगा।

पंद्रह को दोपहर तक पुण्य काल

इस वर्ष सूर्य की मकर राशि की संक्रांति चौदह जनवरी को रात 7.35 बजे होगी। शास्त्रों की मानें तो सूर्यास्त के बाद किसी भी समय मकर संक्रांति होने पर उसका पुण्य काल दूसरे दिन सूर्योदय से लेकर मध्यान्ह तक रहता है। ज्योतिषाचार्य पं। विद्याकांत पांडेय ने बताया कि परंपरागत तरीके से चौदह को ही संक्रांति का स्नान-दान करने का विधान माना जाता है। उस दिन शाम से पुण्य की डुबकी लगाई जाएगी लेकिन संक्रांति का पुण्य काल पंद्रह जनवरी को दोपहर 12 बजे तक रहेगा।

रैन बसेरा ठिकाना, परेड में आशियाना

मेला क्षेत्र में दो प्रमुख स्नान पर्व लगातार पड़ने की वजह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। मेला प्रशासन की ओर से प्रशासनिक कैंप के बगल में बनाए गए रैन बसेरा में शुक्रवार को दूरदराज के क्षेत्रों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने अपना ठिकाना बनाया। वहीं परेड ग्राउंड में प्रयागवाल के तीर्थ पुरोहितों ने अपने-अपने यजमानों के लिए 50-50 के सेट का शिविर भी लगवाया है। इन शिविरों में भी मकर संक्रांति व मौनी अमावस्या स्नान करने के लिए देर शाम श्रद्धालु पहुंचते रहे।

प्रशासन की व्यवस्था

75 लाख श्रद्धालुओं के चौदह व पंद्रह जनवरी को मकर संक्रांति स्नान पर्व पर पहुंचने का अनुमान।

1.5-2 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर।

-400-450 टेंट का शिविर लगाया गया है, संगम नोज के पास और परेड ग्राउंड में भीड़ को देखते हुए।

-200 जीरो डिस्चार्ज टॉयलेट संगम नोज पर लगे हैं।

-10 मोबाइल टॉयलेट व 50 वॉटरलेस यूरिनल्स बनाए गए हैं।

-5 एंबुलेंस स्वास्थ विभाग के त्रिवेणी रोड स्थित हॉस्पिटल में, 5 संगम नोज पर और 2-2 एम्बुलेंस हर सेक्टर में।