प्रयागराज ब्यूरो । मीजल्स और रूबेला जैसी बीमारियां अभी भी स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द बनी हुई हैं। रोजाना इनके बढ़ते मरीजों ने विभाग की नाक में दम कर रखा है। यही कारण है कि आने वाले दिनों में स्वास्थ्य विभाग इन बीमारियों के टीकाकरण पर विशेष अभियान चलाएगा। खासकर नौ से बारह माह के बच्चो ंको टारगेट किया जाएगा। बता दें कि कोरोना के दौरान रूटीन टीकाकरण बाधित हो जाने की वजह से बड़ी संख्या में बच्चों को मीजल्स और रूबेला के टीके नही लगे। जिसकी वजह से बीमारी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है।

बढऩे लगे हैं मरीज

वर्ष 2019 से लेकर 2021 तक कोरोना के चलते टीकाकरण अभियान बुरी तरह से बाधित रहा था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी ताकत कोरोना के टीके लगवाने में झोक दी गई थी। ऐसे में लाखों बच्चों को एमआर यानी मीजल्स और रूबेला का टीका नही लग सका। इसकी वजह से पिछले दो साल से यह दोनों बीमारियां अपना सिर उठाने लगी हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार ने आनन फानन में विशेष सत्र चलाकर एमआर का टीकाकरण पर जोर देना शुरू कर दिया है। खासकर मीजल्स में शरीर में छोटे दाने हो जाते हैं और मरीज को तेज फीवर आता है। बीमारी को छोटी माता कहकर भी संबोधित किया जाता है्

क्या है मीजल्स

खसरा बहुत ही संक्रामक और वायरस के कारण होने वाली एक गंभीर बीमारी है। यह पैरामाइक्सोवायरस परिवार के एक वायरस के कारण होता है और आम तौर पर सीधे संपर्क और हवा के माध्यम से फैलता है। यह वायरस श्वसन पथ को संक्रमित करता है और फिर पूरे शरीर में फैल जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब खसरे से पीडि़त व्यक्ति खांसता या छींकता है तो मरीज के थूक के कणों में वायरस आ जाते हैं और हवा में फैल जाते हैं। ऐसे में ये किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं। जिन लोगों ने एमआर का टीका नही लगवाया है या गर्भवती महिलाओं इस बीमारी के संक्रमण का खतरा अधिक होता है ।

बेहतर रैंक दे रहे हैं गवाही

जब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बुधवार और शनिवार को विशेष टीकाकरण कैंप लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि अब यूविन पोर्टल लांच हो गया है और लोग घर बैठे अपना सत्र बुक करा सकते हैं। यह एकदम कोरोना टीकाकरण के कोविन पोर्टल की तरह ही होगा। उन्होंने यह भी बताया कि एचएमआईएस पोर्टल के अनुसार जनवरी तक प्रयागराज में 103 फीसदी टीकाकरण कराया गया था।

हमारी ओर से मीजल्स और रूबेला के टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कोशिश की जा रही है अधिक से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया जाए। हालांकि यू विन पोर्टल लांच होने के बाद काफी सहूलियत हो गई है।

डॉ। तीरथ लाल, टीकाकरण प्रभारी व एसीएमओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज