-अ‌र्द्धकुंभ के दौरान वर्ष 2007 में हुआ था मौनी अमावस्या के शाही स्नान का बहिष्कार

ALLAHABAD: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में शाही स्नान के बहिष्कार का निर्णय लिया गया तो संत-महात्माओं के जेहन में अ‌र्द्धकुंभ 2007 की यादें ताजा हो गई। इसकी वजह यही थी कि अ‌र्द्धकुंभ के दौरान मेलाधिकारी बाबा हरदेव सिंह थे और अखाड़ों को मूलभूत सुविधाएं नहीं उपलब्ध कराई गई। तब अखाड़ों ने मौनी अमावस्या स्नान का बहिष्कार किया था। बहिष्कार के प्रत्यक्षदर्शी रहे श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण के अध्यक्ष श्री महंत महेश्वर दास ने बताया कि बिजली व पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर लगातार आश्वासन दिया जाता था लेकिन कुछ नहीं किया गया था। तब सरकार के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने हस्तक्षेप कर सुविधाएं देने का आश्वासन दिया था।

एक-एक अखाड़े को मिली थी सुविधा

शाही स्नान के बहिष्कार का निर्णय लेने वालों में से एक वर्तमान में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महासचिव महंत हरी गिरि ने बताया कि बहिष्कार का मामला सीएम के संज्ञान में आया तो उन्होंने बिजली और पानी की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराई थी। साथ ही एक-एक अखाड़ों में जाकर मेला से जुड़े अधिकारी सुविधाएं दिए जाने की लिस्ट मांगें थे। उन्होंने बताया कि तीन दिन के भीतर मेला प्रशासन ने सभी तेरह अखाड़ों को सुविधाएं मुहैया कराई थी। जिसके बाद अखाड़ों ने बसंत पंचमी के स्नान का बहिष्कार ना करने का निर्णय लिया था।