प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बिजली विभाग के जोन फस्ट यानी शहरी क्षेत्र में दो लाख स्मार्ट मीटर जल्द लगाए जाएंगे। विभाग स्तर पर इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। प्लान के अनुरूप स्मार्ट मीटर लगाने के लिए शहर में घर-घर सर्वे का काम शुरू हो चुका है। स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद बिजली बिल की रीडिंग से जुड़ी समस्या को फेस कर रहे लोगों की परेशानी दूर हो जाएगी। यह स्मार्ट मीटर विभाग को खुद रीडिंग का डाटा ट्रांसफर कर देगा। फिर फिजिकल मीटर की रीडिंग करने का काम ठप हो जाएगा। इसी के साथ एक और खुशखबरी है। वह ये कि बिल की वसूली करके अगले वित्तीय वर्ष में विभाग मालामाल हो चुका है। इसके पूर्व वाले वित्तीय वर्ष से तुलना करें तो वसूला गया पैसा करीब 130 करोड़ अधिक है।

03 लाख विद्युत उपभोक्ता हैं शहर के अंदर
82 हजार स्मार्ट मीटर फस्र्ट फेज में लगाये गये
02 लाख मीटर सेकंड फेज में लगाने की तैयारी

82 हजार मीटर लगा चुका है विभाग
प्रयागराज नगर निगम सीमा क्षेत्र में आज सौ वार्ड हो गए हैं।
इनमें से बीस वार्ड विस्तारित क्षेत्र कहलाते हैं।
शहर में सीमा विस्तार के पूर्व कुल 80 वार्ड ही हुआ करते थे।
शहर के अंदर विद्युत कनेक्शन धारकों की संख्या करीब 03 लाख है।
विभाग के द्वारा शहर में पिछले वर्ष स्मार्ट मीटर लगाने का प्लान तैयार किया गया।
फस्र्ट फेज कड़ी मशक्कत के बाद विभाग के लिए कुल 82 हजार स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के घरों में लगाए गए।
इस वर्ष सेकंड फेज में उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी हो चुकी है।
इस स्मार्ट मीटर को लगाने से पहले लोगों के घरों में सर्वे कराया जाएगा।

फिलहाल पुराने शहर पर फोकस
पावर कारपोरेशन की तरफ से सर्वे का काम करेली, अटाला, खुल्दाबाद, राजरूपपुर, सुलेमसराय, धूमनगंज, कीडगंज, राजापुर जैसे मोहल्लों में शुरू हो चुका है। विभागीय लोग बताते हैं कि सर्वे में यह देखा जाएगा कि किसने ऐसे लोग हैं जिनके घरों में स्मार्ट मीटर को लगाया जाना जरूरी है। ऐसे करीब दो लाख उपभोक्ताओं को चिन्हित किया जाएगा। रिपोर्ट तैयार होने के बाद अफसरों को सौंपी जाएगी। इसके बाद तैयारी सूची के क्रम में मीटर लगाने का काम शुरू किया जाएगा। मतलब यह कि इस सेकंड फेज में दो लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने के प्लान पर विभाग काम कर रहा है। इन दो लाख घरों में स्मार्ट मीटर के लग जाने से शहर में लगे हुए स्मार्ट विद्युत मीटरों की संख्या दो लाख 82 हजार हो जाएगी। बचे हुए करीब 18 हजार उपभोक्ताओं के यहां तीसरे चरण में इस मीटर को लगाने का काम किया जाएगा।

130 करोड़ रुपये एक्स्ट्रा राजस्व वसूल
वित्तीय वर्ष 2023-204 में बिजली विभाग ने जमकर बकाए बिल के रकम की वसूली की। आंकड़ों पर जाएं तो इस साल करीब 130 करोड़ रुपये की एक्स्ट्रा वसूली हुई है। जबकि वित्तीय वर्ष 2022-2023 में जोन फस्ट यानी शहरी क्षेत्र में कुल 1062 करोड़ रुपये का बकाया विद्युत बिल वसूल किया गया था। वर्ष 2023-204 में यह वसूली बढ़कर 1193 करोड़ पर पहुंच चुकी है। इस राजस्व वसूली से विभाग का खजाना फुल हो चुका है। अधिकारियों के द्वारा इसे विभागीय कर्मचारियों की मेहनत का हिस्सा और लगाए गए कैंप आदि का सार्थक परिणाम माना जा रहा है।

मीटर रीडर करते थे बड़ा खेल
शहर के जिन एरियाज में कटिया का खेल चलता है वहां बिजली विभाग को अलग समस्या का सामना करना पड़ता है। विभाग इस पर भी काम शुरू कर चुका है। ट्रांसफार्मर से लेकर घर तक तार पहुंचाने का काम भी शुरू हो चुका है। इस प्रोजेक्ट के तहत कोई भी तार घर के आसपास बाहर दिखेगा ही नहीं। सब कुछ अंडर ग्राउंड हो जाने से यहां कटिया लगाने की संभावना बेहद कम हो जायेगी। उधर, जिन लोगों ने मीटर लगवा रखे हैं और लम्बा बिल बकाया हो गया है वे मीटर रीडर के साथ मिलकर खेल करते हैं। मीडर रीडर सेटिंग करके बिल तैयार करता है। इससे उपभोक्ता को तात्कालिक तौर पर तो कुछ फायदा मिल जाता है लेकिन मीटर को उतारकर चेकिंग करने पर उसे लम्बी चपत लग जाती थी। शत प्रतिशत घरों में स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद मीटर रीडर्स का यह खेल भी रुक जायेगा। कस्टमर को एक बार भले थोड़ी मुश्किल झेलनी पड़ी लेकिन फिर वह समस्याओं से छुटकारा पा जायेगा।

सेकंड फेज में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए शहरी क्षेत्र में सर्वे का काम चल रहा है। यह काम परा होने के बाद लोगों के घरों में इस मीटर को लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह सच है कि इस बार अन्य वर्षों की अपेक्षा राजस्व की वसूली काफी अच्छी हुई है।
इं। शिवम रंजन सहायक अभियंता आईटी