प्रयागराज (ब्यूरो)। घूरपुर के सैमरा कल्बना निवासी समर बहादुर उफ गुण्डा पिता संतलाल विश्वकर्मा की इकलौता था। वह फर्नीचर का काम करके दो बेटों व दो बेटियों सहित पत्नी विजय लक्ष्मी और पिता का को पालपोस रहा था। शनिवार सुबह व साइकिल से कहीं जा रहा था। घूरपुर थाने के पास पहुंचा तो हाईवे पर डॉयल 112 की गाड़ी खड़ी थी। लोग बाग कहते हैं कि इस गाड़ी का किसी जवान ने अचानक दरवाजा खोल दिया। इस दरवाजे से बचने के लिए वह साइकिल लेकर रोड की तरफ भागा। इस बीच आ रही ट्रक की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। यह देख पब्लिक दौड़ी तो डर के मारे डॉयल 112 के जवान डर के मारे भागकर थाने के अंदर चले गए। पब्लिक पहुंची और ट्रक को घेर ली। किसी तरह चालक ट्रक छोड़कर भाड़ निकला। पब्लिक हंगामा शुरू कर दी। इंस्पेक्टर ने समझाबुझाकर कर सभी को शांत करवाया और बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। घूरपुर इंस्पेक्टर ने कहा कि जो तहरीर दी गई है उसमें डॉयल 112 का कोई जिक्र नहीं है। ट्रक की चपेट में आने से उसकी मौत की बात कही गई है। ट्रक पकड़ लिया गया है विधिक कार्यवाही की जा रही है। उधर सरायइनायत एरिया के सोनी रमईपुर निवासी जिलाजीत की जुनेदपुर के पास हुए हादसे में मौत हो गई। वह पैदल रोड पार करते समय वह ट्रेक की चपेट में आ गया था।
चौफटका पर मृत महिला की पहचान
शहर के चौफटका पर शुक्रवार हुए हादसे में दम तोडऩे वाली महिला की पहचान शनिवार को हुई। वह खुल्दाबाद एरिया के गरीब नवाज मदरसा के पास की रहने वाली रईशा बानो (55) थी। उसके कोई बच्चे नहीं हैं। यहां वह बहन के घर पर रहती थी। मूल रूप से उसका मकान फाफामऊ कांशीराम कॉलोनी बताया गया। उसके भांजे हारुन ने कहा कि वह घर से नमाज पढऩे के लिए निकली थीं। कुछ बताकर नहीं निकलीं कि कहां जा रही हैं।