प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज। मां ने पढऩे के लिए डांटा तो एक लड़की ने अपना घर छोड़ दिया। वह घरवालों को बिना बताए घर से निकल पड़ी। वह पटना में अपने एक रिश्तेदार के घर जा रही थी। मगर रेलवे जंक्शन पर आरपीएफ ने उसे पकड़ लिया। लड़की को महानंदा एक्सप्रेस से पकड़ा गया। आरपीएफ ने थाने में ले जाकर लड़की से पूछताछ की तो सारा राज खुला। लड़की से मोबाइल नंबर लेकर उसके घरवालों को सूचना दी गई है, घरवाले प्रयागराज के लिए रवाना हो गए हैं। आरपीएफ ने लड़की को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है।

हरियाणा की रहने वाली है लड़की
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में कनीना एरिया की रहने वाली शीतल कक्षा नौ की छात्रा है। शीतल को पढ़ाई के लिए उसकी मां ने डांट फटकार दिया। जिस पर वह गुरुवार को अपने घर से निकल पड़ी। वह भी बिना बताए। लड़की महेंद्रगढ़ से ट्रेन पकड़कर दिल्ली पहुंची। इसके बाद दिल्ली से पटना की ओर जाने वाली महानंदा एक्सप्रेस पर सवार हो गई। शनिवार रात ट्रेन प्रयागराज जंक्शन पर पहुंची। रूटीन चेकिंग के दौरान आरपीएफ दारोगा नितिन कुमार कोच में चढ़े। कुछ यात्रियों ने दारोगा नितिन कुमार को बताया कि आगे की सीट पर बैठी लड़की शायद अकेले है, और उसके घर छोड़कर जाने का संदेह जताया। जिस पर दारोगा नितिन कुमार ने महिला कांस्टेबिल अंजु यादव को बुलाया फिर शीतल को ट्रेन से उतारा। हालांकि शीतल उतरने के लिए तैयार नहीं थी। महिला कांस्टेबिल उसे अपने साथ आरपीएफ थाने ले गई। वहां पूछताछ के दौरान शीतल ने बताया कि मां ने उसे पढ़ाई के लिए डांटा था, इसलिए वह घर छोड़कर पटना जा रही थी, पटना में उसके रिश्तेदार रहते हैं, हालांकि वह आरपीएफ को रिश्तेदार की डिटेल नहीं दे सकी। इसके बाद आरपीएफ ने शीतल से उसके घर का मोबाइल नंबर लिया। जिसे देने में शीतल ने बहुत आनाकानी की, मगर कुछ देर बाद मोबाइल नंबर दे दिया। मोबाइल नंबर पर सम्पर्क करके आरपीएफ ने शीतल के बारे में जानकारी उसके घरवालों को दी। घरवाले शीतल के गायब होने से परेशान थे। उसक मिलने पर घरवालों ने राहत की सांस ली। आरपीएफ ने शीतल को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है। आरपीएफ के मुताबिक घरवाले प्रयागराज के लिए रवाना हो गए हैं।
जंक्शन पर घूमते मिले बच्चे
प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म दो पर दो बच्चे संदिग्ध हाल में घूमते मिले। आरपीएफ के दारोगा नितिन कुमार दोनों बच्चों को थाने ले गए। पूछताछ में एक बच्चे ने अपना नाम गणेश निवासी रामबाग और दूसरे ने अपना नाम अब्दुल हाशिम निवासी तम्बाकू गली कीडगंज बताया। दोनों बच्चों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया।


एक लड़की महानंदा एक्सप्रेस से यात्रा कर रही थी। यात्रियों के संदेह जताने पर आरपीएफ टीम ने लड़की को ट्रेन से उतारा। पूछताछ में लड़की ने बताया कि वह मां की फटकार की वजह से घर छोड़कर पटना जा रही थी। उसके घरवालों को सूचना दी गई है। घरवाले प्रयागराज के लिए रवाना हो गए हैं।
शिवकुमार सिंह, इंस्पेक्टर आरपीएफ