प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मदर्स डे के मौके पर शहर में जगह जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान मातृ शक्तियों का पूजन कर उनको सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने मां की ममता के महत्व पर प्रकाश डाला। संस्थाओं ने गांव में महिलाओं को सेनेटरी पैड का वितरण कर उनको हाइजीन के बारे में जानकारी दी।

उस घर में देवता करते हैं निवास
पर प्रयागराज सेवा समिति के कार्यालय में रविवार को मातृ शक्तियों का पूजन और सम्मान किया गया। पार्षद अनुपमा पांडेय ने गायत्री पांडेय, राजेश्वरी श्रीवास्तव, सारिका चौरसिया, दुर्गेश नंदिनी, प्रिया मिश्रा, प्रियंका मिश्रा आदि मातृ शक्तियों को सम्मानित कर घर व बाहर उनके द्वारा दिए जा रहे योगदान को प्रेरणादायी बताया। विष्णु दयाल श्रीवास्तव ने मां पर आधारित कविताओं को सुनाया कहा, जिस घर में मां बाप हंसते हैं, उस घर में सदैव देवता बसते हैं। मां एक तपस्या है, साधना है, देव भी करते स्वयं मां की आराधना है। संयोजन तीर्थराज पांडेय ने किया। विकास मिश्रा, दिलीप मिश्रा, गोलू चौरसिया, पवन यादव आदि मौजूद रहे।

विद्यार्थियों के साथ पहुंची माताएं
मधु वाचस्पति इंटर कालेज में मातृ दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। विद्यार्थियों के साथ उनकी माताएं भी आयोजन का हिस्सा बनीं। विद्यालय के प्रबंधक डा। वाचस्पति ने मातृशक्तियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, समूची पीढ़ी को तैयार करने की जिम्मेदारी माताओं पर है। प्रधानाचार्य शारदा मिश्र ने माताओं का अभिनंदन कर 25 मई को मतदाता करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने माताओं के सम्मान में गीत, संगीत, नृत्य की प्रस्तुति देकर खूब तालियां बंटोरी। उप प्रधानाचार्य संजय कुमार गुप्त ने भी विचार रखे।

ग्रामीण महिलाओं को किया जागरुक
ह्यूमैनिटी इंडिया ट्रस्ट द्वारा नारी सुरक्षा पैड बैंक के तहत आज माहवारी संबंधित समस्याओं के बारे में ग्रामीण महिलाओं को जागरूक किया गया। सेनेटरी पैड के उपयोग का बढ़ावा व उपयोग करने के तरीकों के बारे में भी महिलाओं को समझाने की कोशिश की गई। नारी सुरक्षा पैड बैंक द्वारा हर गांव के 50 से 70 महिलाओं को चिन्हित किया गया है जिसमे मजदूर वर्ग, अनाथ व विधवा महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। यह मुहिम एक गांव में 6 महीने के लिए चलाया जा रहा है। 6 महीने पूरे होम के बाद अगले 5 गांवो को चिन्हित किया जा चुका जिन गांवों में यह कार्यक्रम जुलाई से शुरू किया जाएगा। संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष डा। सूर्य भान कुशवाहा ने कहा कि यदि परिवार में कोई भी एक पुरुष या महिला इन सब की जिम्मेदारी लेने लगे तों सेनेटरी पैड को बढ़ावा देने लगे तो महिलाओं में माहवारी के समय होने वाली दिक्कतों से बचाया जा सकता है। दीप्ति कुशवाहा भी उपस्थित रहीं।