मध्य प्रदेश रीवां से पैदल चलकर नए यमुना ब्रिज पर पहुंचा परिवार, लगायी छलांग

कीडगंज पुलिस द्वारा पांचों को एसआरएन हॉस्पिटल में कराया गया भर्ती, सभी खतरे से बाहर

PRAYAGRAJ: मदर्स-डे के तीसरे दिन मंगलवार को एक मजबूर मां की रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी सामने आई। चार जवान बच्चों की इस मां का नाम रुक्मिणी उर्फ रोहिणी तिवारी (50) है। अपने दुश्मन बन गए तो टूट गई। जीवन में करो या मरो वाले हालात पैदा हो गए। कोरोना संक्रमण कॉल में खाने तो दूर रहने तक के संकट पैदा हो गए। वह तीन बेटियों व एक बेटे के साथ पैदल रीवां से अनजानी राहों पर चल पड़ी। कहीं न तो रुकने का ठिकाना था और न ही निवाले का ठौर। चारों बच्चों के साथ वह नए यमुना ब्रिज पर पहुंची। सभी ने एक साथ सुसाइड का प्लान बनाया और यमुना में कूद पड़े। नाविकों ने पांचों को जिंदा बचा लिया। पुलिस इलाज के लिए एसआरएन हॉस्पिटल ले गई। उपचार बाद उसकी एक बेटी ने दर्द भरी दास्तां सुनाई तो सभी सन्नाटे में आ गए।

नाविकों की सूझबूझ लाई रंग

रुक्मिणी उर्फ रोहिणी मध्य प्रदेश रीवां जिले के नई गढ़ी थाना क्षेत्र स्थित परसदा गागी गांव निवासी रामकृष्ण तिवारी की पत्‍‌नी है।

जिन बच्चों के साथ वह यमुना में सुसाइड के इरादे से कूदी थी उनमें बेटी रूपाली (24), मनाली (22), श्रेया (18) और बेटा अंश (15) शामिल है।

प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि पहले मां ने छलांग लगाई। इसके बाद एक के पीछे एक बेटियां और बेटे ने भी यमुना में छलांग लगा दी।

यह सब देख रहे राहगीरों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। लोगों की आवाज सुनते ही नाविक पांचों को बचाने के लिए यमुना में छलांग लगा दिए।

उधर कुछ नाविक बोट लेकर उनकी तरफ तेजी से जा पहुंचे। वह बगैर देर किए नाव में मछली पकड़ने वाली रखी जाल भी नदी में डाल दी।

तब तक खबर मिलने के बाद फोर्स संग कीडगंज इंस्पेक्टर भी पहुंच चुके थे।

नाविकों ने पांचों को नदी से बाहर किया तो पुलिस बगैर देर किए उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल ले गई। फस्ट स्टेज इलाज बाद सभी को एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।

यहां मनाली और रूपाली की हालत में सुधार हुआ तो पुलिस द्वारा पूछताछ की गई। इन्हीं दोनों ने अपने बारे में पुलिस को पूरी जानकारी दी। साथ ही सुसाइड के कोशिश की वजह भी बताई।

'दुश्मनों सा पति करता है सुलूक'

- पुलिस के मुताबिक रूपाली और मनाली से पूछताछ चल ही रही थी कि रोहिणी भी होश में आ गई।

- रोहिणी ने पुलिस को बताया कि पति रामकृष्ण तिवारी परिवार की केयर नहीं करता।

- वह बड़े भाई के घरवालों के लिए ही सब कुछ करता है। परिवार पर ध्यान न देने से बच्चों की परवरिश में संकट खड़ा हो गया था।

- रोहिणी कहती है कि सिर्फ उसी से नहीं वह बच्चों के साथ भी दुश्मनों सा सुलूक करता है।

- हाल ही में जेठ की मौत के बाद तो वह बिल्कुल ही ध्यान देना बंद कर दिया था।

- इन्हीं सारी बातों से ऊब कर वह सभी पुल से कूदकर सुसाइड की कोशिश किए थे।

पुल पर लग गई लोगों की भीड़

चार बच्चों संग मां के यमुना में कूदने की खबर सुन हर यात्रियों को भी रुकने से खुद को रोक नहीं सके। ऐसे में पुल पर भीड़ बढ़ गई। इस भीड़ की वजह से नए पुल पर जाम जैसी नौबत बनने लगी। हालांकि पुलिस हालात को देखते हुए हरकत में आई। पांचों को हॉस्पिटल लेकर पुलिस रवाना हुई इसके बाद लोगों की भीड़ हटी और आवागमन सुगम हो सका।

पांचों को सुरक्षित बचा लिया गया है। उन्हें इलाज के लिए एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। पूछताछ में महिला ने अपने बारे में सारी जानकारी दी। सूचना उसके घर भेज दी गई है।

रोशन लाल, इंस्पेक्टर कीडगंज