प्रयागराज (ब्यूरो)।राम नयन द्विवेदी प्रतापगढ़ जिले के थाना रानीगंज स्थित कौलापुर नन्द पट्टी निवासी गिरजा शंकर द्विवेदी के बेटे हैं। वह यहां मधुबन बिहार कॉलोनी प्रीतमनगर धूमनगंज में परिवार संग रहते हैं। राम नयन द्विवेदी कीडगंज स्थित डॉ। केएन काटजू इंटर कॉलेज में बतौर प्रिंसिपल तैनात हैं। रविवार को आयोजित वित्तीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक व असिस्टेंट टीचर के चयन परीक्षा थी। बताते हैं कि इस परीक्षा के लिए यह कॉलेज भी सेंटर बनाया गया था। डॉ। केएन काटजू इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल राम नयन द्विवेदी की बेटी आकांक्षा भी इस परीक्षा में शामिल थी। आकांक्षा का सेंटर भारत स्काउट एण्ड गाइड कॉलेज में था। प्रिंसिपल राम नयन को लगा कि किसी तरह वह बेटी को परीक्षा पास करवा देगा तो वे टीचर बन जाएगी। जूनियर हाईस्कूल में सहायक टीचर बन गई तो उसकी लाइफ आजीवन सिक्योर हो जाएगी। इसी मकसद से वह बेटी के लिए सेंटर बने अपने कॉलेज से वह पेपर आउट करवा दिया।
सहायक अध्यापक से ली मदद
इस काम में वह अपने ही कॉलेज के विश्वसनीय सहायक अध्यापक अशोक तिवारी का सहयोग लिया। डॉ। केएन काटजू इंटर कॉलेज के सहायक टीचर अशोक तिवारी मूल रूप से भदोही जिले के औराई थाना क्षेत्र स्थित पीपर गांव औराई के रहने वाले हैं। चूंकि यहां टीचर हैं लिहाजा मधुबन बिहार कॉलोनी प्रीतम नगर धूमनगंज में ही परिवार संग रहते हैं। एक ही कॉलेज में पोस्टिंग और एक ही जगह रहने की वजह से ही अशोक तिवारी प्रिंसिपल राम नयन द्विवेदी के काफी खास थे। भनक लगने के बाद डॉ। केएन काटजू पहुंची एसटीएफ टीम ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया। कॉलेज पहुंची टीम स्टेटिक मजिस्ट्रेट और सेक्टर आब्जर्वर के साथ पूरे मामले की छानबीन और दोनों से पूछताछ की। इस बीच उसके मोबाइल फोन को भी चेक किया गया। सहायक टीचर अशोक तिवारी के मोबाइल वाट्सएप से समय करीब 9.37 बजे परीक्षा का पेपर सेंट किया गया था। इससे टीम कंफर्म हो गई कि वाट्सएप के जरिए पेपर को आउट किया गया है।

नकल कराने की ऐसी थी रणनीति
प्रिंसिपल राम नयन द्विवेदी ने अपने ही कॉलेज के टीचर अशोक तिवारी को पेपर आउट करवाने को कहा था। बताया गया कि यह भी कहा था कि वह पेपर आउट करवा कर साल्वर के जरिए बेटी को वे पास करवाए। प्रिंसिपल की आज्ञा पर अशोक तिवारी द्वारा प्रश्न पत्र का फोटो लेकर मोबाइल के वाट्सएप से इसी कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे व प्रिंसिपल राम नयन द्विवेदी के बेटे अनुग्रह द्विवेदी उर्फ छोटू को उक्त टाइम पर भेज दिया। वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे व अनुग्रह साल्वर वीरेंद्र कुमार के जरिए प्रिंसिपल की बेटी को नकल करवाने की योजना बनाए थी। वह आकांक्षा को नकल कराने में सफल होते इसके पहले उनकी योजना की पोल खुल गई। अभियुक्तों के खिलाफ टीम द्वारा कीडगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया।

डिलीट पेपर गैलरी से हुआ बरामद
एसटीएफ के मुताबिक प्रिंसिपल राम नयन द्विवेदी द्वारा सहायक अध्यापक अशोक तिवारी के मोबाइल फोन से प्रश्न पत्र को भेजने के बाद वाट्सएप कंवर्सेशन को डिलीट भी कर दिया गया था। मगर, जब एसटीएफ टीम द्वारा मोबाइल की सघन जांच की गई तो गैलरी से प्रश्न पत्र की फोटो बरामद हो गई। पेपर आउट होने की खबर फैलते ही हड़कंप मच गया। कीडगंज थाने की फोर्स भी डॉ। केएन काटजू इंटर कॉलेज जा पहुंची। टीम ने इनके पास से एक मोबाइल फोन व 39 पीस प्रश्न पत्र का वाट्सएप स्क्रीन शॉट भी बरामद कर लिया है।

वांछित इन आरोपितों की तलाश
वित्तीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक व असिस्टेंट टीचर के चयन परीक्षा का पेपर आउट कराने में शामिल चार लोग भागे हुए हैं। इनमें डॉ। केएन काटजू इंटर कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे, अनुग्रह उर्फ छोटू पुत्र राम नयन द्विवेदी प्रिंसिपल व साल्वर वीरेंद्र कुमार पता अज्ञात, एवं आकांक्षा पुत्री राम नयन द्विवेदी प्रिंसिपल का नाम शामिल हैं। इनकी चारों की तलाश में एसटीएफ देर रात तक संभावित ठिकानों पर दबिश देने में जुटी रही।

प्रिंसिपल व उसी कॉलेज के एक सहायक टीचर को पेपर आउट करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। शेष चार की तलाश में दबिश दी जा रही है। प्रिंसिपल बेटी को नकल करवाने के लिए पर्चा आउट करवा दिया था। आउट किया गया पर्चा मोबाइल की जांच में मिले हैं।
नावेन्दु कुमार, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ