प्रयागराज (ब्‍यूरो)। अमीरों पर करम और गरीबों पर सितम करना नगर निगम की टीम को काफी महंगा पड़ा। ठेले पर दुकान लगाकर किसी तरह परिवार पाल रहे स्ट्रीट वेंडरों को हटाने पहुंची टीम को तगड़े विरोध का सामना करना पड़ा। सिविल लाइंस में विरोध पर उतरे स्ट्रीट वेंडरों के द्वारा टीम पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए गए। विरोध को देखते हुए नगर निगम की टीम को वहां से बगैर कार्रवाई बैकफुट लौटना पड़ा। टीम के अफसरों व जवानों पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए आजाद स्ट्रीट वेंडर यूनियन के प्रदेश महामंत्री व टाउन वेंडिंग कमेटी के सदस्य रविशंकर द्विवेदी के नेतृत्व में सभी कार्यालय में बैठे महापौर से मिले और ज्ञापन सौंपे।

टीम पर लगाए कई गंभीर आरोप
ज्ञापन सौंपने पहुंचे स्ट्रीट वेंडर्स और यूनियन के पदाधिकारियों ने महापौर को नगर निगम की टीम के हरकत से वाफिक कराया। बताया कि यह टीम फुटपाथ पर खड़ी होने वाली गाडिय़ों व अमीरों के जनरेटर और सामानों पर कार्रवाई नहीं करती। जबकि फुटपाथ पर ठेला लगाकर किसी तरह परिवार पालने वाले गरीबों के साथ टीम के द्वारा ज्यादती की जा रही है। टीम के लोग सोमवार को सिविल लाइंस में कई वेंडरों के दुकानों का सामान फेक दिया गया। जब उन्हें प्रधानमंत्री फुटपाथ पर रोजगार के लिए लोग दे रहे हैं तो इस ऋण को लेने वाले लोग दुकान कहां लगाएंगे। एक तरफ सरकार स्ट्रीट वेंडरों को लोन देकर छोटे मोटे व्यापार में सहायता दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर नगर निगम की टीम उनके रोजगार को छीनने में लगी है। यदि टीम द्वारा प्रताडऩा बंद नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। टाउन कमेटी के सदस्य ने कहा कि आप टिकट काउंटर की तरह वेंडिंग जोन की दुकानें बना रखे हैं। आप का कंसेप्ट गलत है। इस लिए दुकानदार वहां नहीं जा रहे हैं। आप वेंडिंग जोन की दुकानों पर थोड़ा अंतर रखें और जगह बढ़ाएं। ताकि दुकानदार वहां पर अपना व्यापार कर सकें। ज्ञापन लेते हुए महापौर ने कहा कि समस्या का जल्द ही निस्तारण कराया जाएगा। ज्ञापन सौंपेन वालों में मुकेश सोनकर, सोनू सोनकर, बंटी सोनकर, राखी, अजय मिश्रा, कपूर चंद्र केसरवानी, किरन मैरी लाटियस, संगीता, पंकज शर्मा, प्रदीप यादव, किशन, गोलू आदि दुकानदार मौजूद रहे।