प्रयागराज ब्यूरो । नगर निगम जब जागो तभी सवेरा की राह पर है। वर्षों से उपेक्षित व नजरंदाज की शिकार हुई नजूल की जमीनें अब अफसरों को याद आई हैं। आज से इन जमीनों के सर्वे का काम शुरू होगा। इस सर्वे से उन जमीनों को सर्च करके पूरी डिटेल निकाली जाएगी। यह सर्वे सिर्फ कागजी नहीं, स्थलीय भी होगा। कागज के हालात और मौके की स्थिति की एक सर्वे रिपोर्ट तैयार होगी। सर्वे करने वाली टीम को कुछ प्रमुख बातों पर ध्यान देंगी। सर्व प्रथम यह देखा जाएगा कि कितनी नजूल की जमीन ऐसी है जो फ्री-होल्ड है? साथ ही कितने लोगों का पट्टा समाप्त हो गया है। पट्टा समाप्ति के बाद नवीनीकरण हुआ तो डेट वैल्यू है या नहीं? उस जमीन पर काबिज लोगों के मकानों का एरिया कितना है। खाली पड़ी जमीनें कितनी हैं? इसी के आधार पर नगर निगम व राजस्व विभाग की टीम मिलकर आगे की रणनीति तैयार करेगी।

सोता रहा विभाग और होता रहा कब्जा
शहरी एरिया में स्थित नजूल की ज्यादातर नजूल की जमीनों पर अवैध कब्जा है। कुछ ही एरिया ऐसी है जिस पर रह रहे लोगों के आजा बाबा के नाम पट्टा हुआ था। विभागीय जिम्मेदार अब तक सोते रहे और ऐसी जमीनों पर लोग हवेलियां तानते गए। वर्षों से इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने से बड़ी संख्या में नजूल की जमीनों पर कब्जा हो चुका है। तमाम लोग स्थाई निर्माण करा चुके हैं। नगर निगम नजूल विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो करीब 365 बीघा से भी ज्यादा ऐसी भूमि पर कब्जा है। पूर्व सांसद स्व। अतीक अहमद का गढ़ कहे जाने वाले क्षेत्र कसारी-मसारी, चकिया, झलवा, करेली एरिया में नजूल की जमीन पर सबसे ज्यादा कब्जा है। यह लोग यहां पर आलीशान बिल्डिंग बना व दुकान आदि बना रखे हैं। यह कब्जा कोई एक या दो साल में नहीं हुआ।

विभाग करता रहा अनदेखी
जानकार कहते हैं कि नजूल की जमीन पर कब्जे का काम वर्षों से होता आया है। विभागीय अनदेखी और उपेक्षा के चलते इन जमीनों पर कब्जा बढ़ता गया। कुछ लोग तो दबी जुबान इस कब्जे के पीछे पूर्व में यहां तैनात रहे विभाग के चंद लोगों की मिली भगत भी मानते हैं। विभाग से जुड़े लोग नाम नहीं छापने की शर्त पर यहां तक बताते हैं कि जोनल कार्यालय खुल्दाबाद एरिया में करीब 250 और मु_ीगंज जोन में लगभग 115 बीघा नजूल की जमीन पर अवैध कब्जा है। नगर निगम के नजूल विभाग के द्वारा इस अवैध निर्माण व कब्जे की गोपनीय रिपोर्ट नगर आयुक्त सौंपी गई है। हालांकि अधिकारी अभी इस मुद्दे पर खुलकर कुछ बोलने को राजी नहीं है। हालांकि सर्वे के बाद कब्जा करने वालों के खिलाफ किस स्तर की कार्रवाई होगी? फिलहाल यह स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। माना जा रहा है कि रिपोर्ट तैयार होने के बाद अधिकारी इस विषय पर प्लान तैयार करके निर्णय लेंगे। सबसे पहले सर्वे का काम पूरा करने की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।

नगर निगम एरिया में नजूल की काफी ऐसी जमीन है जिस पर कब्जा है। कुछ के पूर्वजों को वर्षों पूर्व पट्टा मिला था। आज वहां की क्या कंडीशन है यह सब देखा जाएगा। सर्वे बाद शीर्ष अफसरों के जो आदेश निर्देश होंगे नियमानुसार उसी के आधार आगे निर्णय लिया जाएगा।
अरङ्क्षवद कुमार राय, अपर नगर आयुक्त