-घनश्याम नगर रेलवे कॉलोनी और साउथ मलाका में मारे गए युवकों की नहीं हो सकी पहचान

ALLAHABAD: सिटी में क्राइम करना और बच निकलना काफी आसान है। लूट, चोरी व डकैती को तो पुलिस खोल नहीं पाती, मर्डर के मामले में भी उसका ट्रैक रिकॉर्ड काफी खराब है। अगर किसी ने नामजद एफआईआर दर्ज नहीं करवाई तो कातिल का पकड़ा जाना तो दूर की बात है, पुलिस कई बार तो मारे गए लोगों की पहचान भी नहीं कर पाती। एसटीपी कांड कोई पहला मामला नहीं है। साउथ मलाका और घनश्याम नगर कांड भी पुलिस के मुंह पर तमाचा हैं। दोनों मोहल्लों में दो युवकों का मर्डर कर बॉडी फेंक दी गई थी। मारे गए युवक कौन थे? कहां से आए थे? उनको क्यों मारा गया? यह सवाल आज भी बने हुए हैं।

पार्क में मिला था युवक का शव

इस साल की शुरुआत में कोतवाली पुलिस स्टेशन एरिया के साउथ मलाका के एक पार्क में ख्8 साल के युवक की बॉडी मिली थी। युवक का रात में शराब पिलाने के बाद मर्डर किया गया था। उसके शरीर पर ब्लेड से हमले के कई गहरे निशान मिले थे। पुलिस को स्टॉप से बीड़ी, सिगरेट के टुकड़े, शराब की बोतलें, स्मैक की पुडि़या मिली थी। पुलिस ने बहुत हाथ पांव मारे, लेकिन हत्यारों को पकड़ना तो दूर की बात है, मारे गए युवक की पहचान भी नहीं हो सकी।

सिर काटकर सीवर में डाली बॉडी

खुल्दाबाद की घनश्याम नगर रेलवे कॉलोनी में जनवरी सेकेंड वीक में सीवर में एक युवक की सिर कटी बॉडी मिली थी। बॉडी को बोरे में भरकर रेलवे लाइन के बगल में बंद पड़े सीवर के पुराने चेंबर में डाल दिया गया था। जब बॉडी से बदबू आने लगी तो लोगों ने पुलिस को खबर दी। पुलिस ने बॉडी निकलवाई लेकिन यह चैप्टर जल्द ही क्लोज हो गया। युवक के कातिल अब भी खुली हवा के नीचे सांस ले रहे हैं।

एसटीपी मामले में भी हाथ खाली

एसटीपी में दरिंदगी की शिकार युवती के कातिल अब तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस की पूरी जांच सिर्फ युवती के आइडेंटिफिकेशन पर ही आकर टिक गई है। अब तक पुलिस शनिवार रात एसटीपी के इर्दगिर्द देखे गए युवकों के बारे में कोई जानकारी नहीं जुटा सकी है। पुलिस ने एसटीपी के लाइनमैन लल्लू लाल की तरफ से ही एफआईआर दर्ज करवाई है। हालांकि, पुलिस ने इतना जरूर किया है कि युवती की जली हुई फोटो के पोस्टर धूमनगंज एरिया में लगवा दिए हैं।