प्रयागराज में घट गयी है आक्सीजन की डिमांड, फुल स्ट्रेंथ आने पर आसपास के जिलों को सप्लाई

प्रयागराज में ऑक्सीजन की कमी जल्द खत्म होगी। शंकरगढ़, उरुवा और कोटवा सीएचसी में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। शंकरगढ़ में आइसीआइसीआइ फाउंडेशन बैंक सीएसआर मद से प्लांट लगवाएगा। यह आश्वासन शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दिया।

पाइपलाइन से होगी सप्लाई

उन्होंने बताया कि शंकरगढ़ में अस्पताल के 25 बेड ऑक्सीजन की सुविधा से लैस होंगे। इसकी सप्लाई पाइपलाइन से होगी। इसके अतिरिक्त गन्ना विभाग की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उरुवा में 50 बेड को ऑक्सीजन की सुविधा से युक्त करेगा। उधर, सीएचसी कोटवा में प्लांट लगाकर 90 बेड को ऑक्सीजन की सुविधा दी जाएगी। सभी जगहों पर विद्युत व्यवस्था के लिए डीजी सेट भी स्थापित होंगे। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जब कोविड 19 महामारी चरम पर थी तो जनपद को 3,000 हजार ऑक्सीजन सिलिंडर प्रतिदिन जरूरत पड़ रही थी। इसमें 1,700 सिलिंडर बाहर से आ रहे थे। अब प्रयागराज में जो इकाइयां आ गयी हैं उनमें 3,500 सिलिंडर प्रतिदिन उत्पादन की क्षमता है। एमएसएमई विभाग ऑक्सीजन की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में लगा है।

31 मई से इफ्को से भी मिलेगी ऑक्सीजन

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने अफसरों के साथ बैठक करने के बाद कहा कि इफ्को फूलपुर में 500 सिलिंडर भरने की क्षमता विकसित हो रही है। 31 मई से इसका लाभ मिलने लगेगा। उधर, मेसर्स प्रभा इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन ने सरस्वती हाईटेक सिटी में 1100 सिलिंडर रोज भरने की क्षमता का प्लांट लग रहा है। उम्मीद है जुलाई तक लाभ मिलेगा।

प्रतापगढ़, कौशांबी व अन्य जिलों तक सप्लाई

बीपीसीएल नैनी में कंपनी आठ साल से बंद थी। प्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन सिलिंडर इकाई फिर शुरू कराई है। इससे कर्मचारियों को काम मिलेगा तो अन्य जरूरतमंदों तक ऑक्सीजन भी पहुंचेगी। यहां 8000 सिलिंडर का निर्माण कराया जा सकेगा। जनपद की सप्लाई के बाद जो भी ऑक्सीजन बचेगी वह प्रतापगढ़, कौशांबी व अन्य जिलों तक भेजी जाएगी।