प्रयागराज (ब्यूरो)। जिले की जनसंख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में कई नए आबादी वाले क्षेत्र भी डेवलप हो रहे हैं जिनमें लोगों ने बसना शुरू कर दिया है। ऐसे क्षेत्रों में नए मतदान केंद्र बनाए जाने हैं। साथ ही जिन मतदान केंद्रों पर वोटर्स की संख्या 1500 से अधिक है, उनका संभाजन भी किया जाना है। इनमें वोटर्स की संख्या कम कर नए बूथ बनाए जाएंगे। इस मामले में राजनैतिक दलों व अन्य लोगों से आपत्ति व सुझाव शुक्रवार तक मांगे गए हैं।
होने वाले हैं उपचुनाव
जल्द ही यूपी में उप चुनाव की तिथियां घोषित कर दी जाएंगी। प्रयागराज में फूलपुर विधानसभा का दोबारा इलेक्शन होना है। जिसकी तैयारियां चल रही हैं। इसे लेकर चुनाव आयोग ने पोलिंग बूथों के संभाजन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके लिए आपत्तियां और सुझाव 13 सितंबर तक ही लिए जाएंगे। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मतदेय स्थलों का संभाजन अधिकतम 1500 मतदाताओं के आधार पर किया जाएगा। मतदेय स्थल बनाने के लिए भवनोंं का चयन, भवनों के भौतिक सत्यापन के बाद मतदेय स्थलों का संभाजन अधिकतम 1500 मतदाताओं के आधार पर कराने के निर्देश हैं।
शुरू हो गया है चिंहीकरण
शहरी क्षेत्र में जहां नई आवासीय कालोनियां कुछ वर्षों से बनी हैं और उनमें नागरिक निवास करने लगे हैं, वहां पर आवश्यकतानुसार नए मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। अत्यधिक पुराने व जर्जर भवन वाले मतदेय स्थलों को मतदान क्षेत्र के किसी अन्य भवन में नियमानुसार स्थानांतरित कर दिया जाएगा। ऐसे मतदेय स्थलों को चिंहित किया जाएगा, जो मुख्य गांव व बस्ती से पर्याप्त दूरी पर हैं। इनको वहां से हटाकर मतदान क्षेत्र के किसी सुविधाजनक भवन में स्थापित किया जाएगा।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित समय सारणी के अनुसार जनपद के सभी 12 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में विद्यमान मतदेय स्थलों के भौतिक सत्यापन एवं 1500 से कम मतदाता वाले मतदान स्थलों में संभाजन के पश्चात सूची का प्रकाशन किया गया है। इसके लिए आपत्तियां व सुझाव शुक्रवार तक अवश्य दे दिए जाएं।
पूजा मिश्रा, एडीएम प्रशासन व उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रयागराज