-126 हेक्टेयर भूमि को किया गया रिजर्व, पर्यटन को प्रोत्साहित करने का उददेश्य

ALLAHABAD: प्रदेश सरकार की मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में इलाहाबाद को बड़ी सौगात मिली है। शासन ने काले हिरण या यानी ब्लैक बक के संरक्षण व प्रबंधन के लिए मेजा के ग्रामसभा चांद खम्हरिया व महुलीकलां में कुल 126.12 हेक्टेयर भूमि को आरक्षित करने का फैसला किया है। यह जमीन ग्राम समाज की 88 हेक्टेयर और उससे लगी वन क्षेत्र की 38.12 हेक्टेयर भूमि को मिलाकर रिजर्व की गई है। बता दें कि पूर्व डीएम संजय कुमार ने दुर्लभ काले हिरणों के संरक्षण के लिए सैंक्चुरी बनाने के लिए शासन को जमीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भेजा था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।

यूपी का पहला कंजर्वेशन रिजर्व

जमीन मिलने के बाद अब सैंक्चुरी डेवलप होने का रास्ता खुला गया है। यह उत्तर प्रदेश में अपने तरह का पहला कंजर्वेशन रिजर्व होगा। अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ द्वारा 2003 में कृष्ण मृग (काले हिरण)) को लुप्तप्राय घोषित कर दिया गया था, जो वन्य जीव अधिनियम 1972 की सूची में है। शासन का कहना है कि कंजर्वेशन रिजर्व बनने के बाद लोगों में जैव विविधता संरक्षण के लिए जागरुकता आएगी और इसके साथ ही ईको पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। यहां रहने वाले सैकड़ों काले हिरणों को संरक्षण भी प्राप्त होगा। पूर्व डीएम संजय कुमार ने अपने अथक प्रयासों के लिए इस कंजर्वेशन रिजर्व को डेवलप करने की दिशा में उचित कदम उठाए थे। उनके प्रस्ताव पर मंगलवार को कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है।