i reality check

-कमिश्नर और डीएम कार्यालय की सड़कों पर हुए गड्ढे

-धंसे हुए सीवर के ढक्कन भी बने दुर्घटना का कारण

vineet.tiwari@inext.co.in

PRAYAGRAJ: बारिश के मौसम में शहर की सड़कों की हालत खराब है। जिन ठेकेदारों और इंजीनियरों ने सड़कों का निर्माण किया था, अब वह प्रशासन के निशाने पर हैं। अधिकारी खुद सड़कों की सलामती के लिए होमवर्क में जुट गए हैं। स्मार्ट सिटी की मीटिंग में खुद कमिश्नर और डीएम ने खराब सड़कों की सूची उपलब्ध कराने के आदेश संबंधित विभागों को दिए। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने भी गुरुवार को शहर के तमाम इलाकों में जाकर सड़कों का जायजा लिया।

रोजाना गुजरते हैं कमिश्नर साहब

सबसे पहले बात मम्फोर्डगंज कमिश्नरी कार्यालय की सड़क की। कुंभ के दौरान यह चकाचक हुई थी। आजकल कमिश्नर कार्यालय गेट से कारपेंटरी चौराहे तक काफी खराब स्थिति में है। बारिश होने के बाद सड़क पर जगह-जगह जलभराव हो जाता है। खुद कमिश्नर इस रोड की हालत पर नाराज हो चुके हैं।

बस बारिश बंद होने का इंतजार

कलेक्ट्रेट के सामने से गुजरने वाली सड़क के हालात भी अच्छे नहीं हैं। टैंपो स्टैंड चौराहे से लेकर आनंद हॉस्पिटल तक यह रोड बुरी तरह डैमेज है। इस पर पैदल चलना भी मुश्किल है। हालांकि डीएम का कहना है कि इस रोड पर फाइनल लेयर नहीं पड़ी है। बारिश होने के बाद इस रोड को ठीक कराया जाना है।

बॉक्स

इन सड़कों के हाल भी खराब

सड़कों के मौजूदा हालात से आम जनता भी कम परेशान नहीं है। खासकर लिंक रोड के हाल खराब हैं। मुख्य मार्गो को मिलाने वाली इन सड़कों पर चलना दुश्वार हो चुका है। लोक सेवा आयोग चौराहे पर महीनों पुराना गड्ढा वैसा ही बरकरार है। इसका पैचवर्क भी उखड़ चुका है। इसी तरह टैगोर टाउन की एसी बनर्जी लिंक रोड भी ध्वस्त हो चुकी है। इस रोड पर ओझा हॉस्पिटल, होटल प्लेसिड, फीनिक्स हॉस्पिटल सहित कई वीआईपी आवास भी हैं। जीटी रोड को एमजी मार्ग से मिलाने वाली एल्गिन रोड में भी गहरे गड्ढे हो चुके हैं। इन पर चलना बेहद मुश्किल है। कंपनी बाग के सामने सड़क बैठ जाने से जगह-जगह जलभराव हो चुका है। सड़कों के बीच में बनाए गए सीवर के ढक्कन गहरे गड्ढे में तब्दील हो गए हैं और दुर्घटना का कारण बन रहे हैं।

पांच महीने बाद आ गई नौबत

मार्च तक इस साल कुंभ मेले का आयोजन हुआ था। इसके पांच माह बाद कई सड़कें अंडर मेंटीनेंस हैं। कमिश्नर ने बुधवार को स्मार्ट सिटी प्लानिंग की बैठक में कार्यदायी एजेंसियों और संबंधित विभागों को मरम्मत कराई जाने वाली सड़कों की सूची 14 सितंबर तक उपलब्ध कराने को कहा है। गौरतलब है कि कुंभ में 200 करोड़ रुपए की लागत से शहर की 18 सड़कों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया था।

वर्जन।

हमने संबंधित विभागों से सड़कों की मरम्मत को लेकर सूची मांगी है। बारिश के बाद जो भी सड़कें अंडर मेंटनेंस हैं उनको ठीक कराया जाना हमारी प्रियॉरिटी है।

-भानुचंद्र गोस्वामी, डीएम

कॉलिंग

शहर की सड़कों का सुधार जरूरी है। बारिश के बाद कई जगहों पर सड़कों की हालत ठीक नहीं है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

-नूर मोहम्मद खान

कुंभ के दौरान शहर की सड़कों के हालात ठीक थे। इसके बाद कई जगह सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। अब देखना है यह कब फिर सही होती हैं।

-शहनवाज अहमद

बारिश में सड़कें खराब हो जाती हैं। यह हमेशा की बात है। लेकिन प्रशासन को बिना देरी किए इनकी मरम्मत करानी चाहिए, जिससे दुर्घटना को रोका जा सके।

-नितिन वर्मा