प्रयागराज (ब्‍यूरो)। छात्र सनी शैल सिंह के फांसी लगाने के मामले में बुधवार को भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। न तो जांच करने के लिए कोई अफसर पहुंचा और न ही धूमनगंज पुलिस ने केस दर्ज किया। हैरत है कि मामूली घटना के एप्लीकेशन पर ही जांच शुरू कर देने वाली पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि तहरीर में आरोप है कि पिटाई से आहत होकर छात्र ने फांसी लगाई है। साकेतनगर के रहने वाले रिटायर सैन्यकर्मी संतोष सिंह अपना बेटे सनी शैल सिंह को खो चुके हैं। जितनी तकलीफ उन्हें अपने बेटे की मौत से है शायद उससे ज्यादा तकलीफ उन्हें पुलिस देने में लगी है। घटना बीते शुक्रवार की है, मगर पांच दिन बीतने के बाद भी बुधवार को उन्हें पुलिस अफसर सिर्फ जांच का आश्वासन ही देते रहे।

पिटाई के बाद लगाई थी फांसी

सनी शैल सिंह शुक्रवार की शाम को घर से स्कार्पियो लेकर निकला। उसकी स्कार्पियो मोहल्ले के एक घर के गेट से टकरा गई। इसके बाद सनी की पिटाई की गई। पुलिस सनी की मां गुडिय़ा और बड़े भाई बाबी को थाने ले गई। वहां गेट टूटने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए पुलिस सनी की मां और भाई पर दबाव बनाती रही, इधर सनी ने फांसी लगा लिया।

पांचवें दिन मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट

शनिवार को सनी सिंह का पोस्टमार्टम हुआ। सोमवार को जब सनी के पिता संतोष सिंह केस दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने उनसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी। इसके बाद संतोष सिंह ने पुलिस आफिस में पोस्टमार्टम के लिए सरकारी फीस जमा की। बताया गया कि शाम तक रिपोर्ट मिल जाएगी। मगर रिपोर्ट बुधवार को मिली।

कोई नहीं पहुंचा जांच करने

मंगलवार को जब संतोष सिंह थाने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि बुधवार को एसीपी धूमनगंज जांच करेंगे, इसके बाद रिपोर्ट दर्ज होगी। बुधवार को दिन भर संतोष सिंह जांच के लिए अफसर का इंतजार करते रहे, मगर कोई भी उनके घर जांच के लिए नहीं पहुंचा।