पुलिस लाइंस और थाना प्रिमाइस में स्थित मंदिर में सिर्फ होगी पूजा

एक बार में सिर्फ पांच पुलिसकर्मियों को मिलेगी दर्शन-पूजन की अनुमति

कोरोना संक्रमण का असर इस बार जन्माष्टमी पर भी दिखायी देगा। पुलिस लाइंस से लेकर थाना प्रिमाइस में इस बार कोई सामूहिक आयोजन नहीं होगा। मंदिरों को सजाया जरूर जाएगा। यहां भी एक बार में सिर्फ पांच लोगों को पूजा-अर्चना करने की अनुमति हेागी।

थाने में पीस कमेटी की मिटिंग

शनिवार को खुल्दाबाद थाने में जन्माष्टमी को लेकर पीस कमेटी की मिटिंग आयोजित की गयी। इसमें कोरोना संक्रमण के बढ़ते केसेज को देखते हुए सभी से घरों में ही त्योहार मनाने का आग्रह किया गया। सभी धर्मो के लोगों से आग्रह किया गया कि वे शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करें।

थानो पर होते थे बड़े आयोजन

हर बार जन्माष्टमी पर थानों पर पूजा पाठ के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था। पुलिस लाइंस में तो कई दिनों तक ऐसा आयोजन होता था। अग्निशमन विभाग द्वारा कई दिनों तक झांकियां सजाई जाती थीं, लेकिन इस बार कोरोना का ग्रहण इस पर लग गया है। तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस प्रकार का कोई भी कार्यक्रम न करने का फैसला लिया गया है। एडीजी जोन प्रेम प्रकाश ने प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़, महोबा, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जन्माष्टमी पर कोई कार्यक्रम नहीं होंगे। थाना स्थित मंदिर में गाइड लाइन के तहत पांच पुलिसकर्मी पूजा पाठ करेंगे।

मटकी फोड़ प्रतियोगिता भी नहीं होगी

शहर के विभिन्न मुहल्लों में जन्माष्टमी पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता होती थी, जो इस बार नहीं होगी। सभी थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे कार्यक्रमों को रोंके। इस प्रकार के आयोजन करने वालों से बातचीत कर उन्हें बताएं कि आयोजन की वजह से भीड़ लगेगी और इससे कोरोना संक्रमण फैल सकता है।

झांकियां भी नहीं सजेंगी

जन्माष्टमी पर रामबाग, कीडगंज, मुट्ठीगंज समेत कई जगहों पर झांकियां सजाई जाती थी। आठ दिनों तक लोगों की भीड़ यहां जुटती थी, लेकिन इस बार यहां कुछ नहीं होगा।