प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज। इस बार के रेल बजट से उत्तर मध्य रेलवे की तकदीर चमक जाएगी। रेल बजट का आधा हिस्सा उत्तर मध्य रेलवे के हिस्से में आ गया है जिससे उत्तर मध्य रेलवे अगले कई सालों के अंदर बदला बदला नजर आएगा। उत्तर मध्य रेलवे के स्टेशनों की तस्वीर बदल जाएगी। अमृत भारत स्टेशन चमकने की तैयारी में हैं और इस वित्तीय वर्ष में मिलने वाले बजट से अन्य स्टेशनों की सूरत में बदलाव देखने को मिलेगा। गुरुवार को जारी बजट पर उत्तर मध्य रेलवे के अफसरों ने प्रसन्नता जाहिर की है। रेलवे के मुताबिक जारी बजट से अगले पांच साल उत्तर मध्य रेलवे के लिए स्वर्णिम अवसर होगा।
उत्तर मध्य रेलवे का बड़ा क्षेत्र
उत्तर प्रदेश में उत्तर मध्य रेलवे का हिस्सा करीब साठ फीसदी है। इसके बाद बचे हिस्से में उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे आता है। इस लिहाज से उम्मीद जताई जा रही है कि जारी बजट में उत्तर प्रदेश को मिली धनराशि में आधा से ज्यादा हिस्सा उत्तर मध्य रेलवे के हिस्से में आएगा। जिससे माना जा रहा है कि अगले दो से तीन साल में एक बार फिर उत्तर मध्य रेलवे आधुनिक होने की दिशा में कई कदम आगे होगा।
11 हजार करोड़ मिले उत्तर मध्य रेलवे को
जारी बजट में उत्तर प्रदेश के हिस्से में उन्नीस हजार पांच सौ पचहत्तर करोड़ एलाट किया गया है। इसमें से 11 हजार करोड़ रुपये उत्तर मध्य रेलवे को मिला है। इस बजट से तमाम कार्य होने हैं, जिससे उत्तर मध्य रेलवे सुविधाओं के मामले में आने वाले समय में मॉडल बन जाएगा।

कई मायनों में अहम उत्तर मध्य रेलवे
प्रदेश के कई महत्वपूर्ण शहर उत्तर मध्य रेलवे टच करता है। जैसे प्रयागराज, कानपुर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा और चित्रकूट। पर्यटन और उद्योग के लिहाज से ये शहर काफी महत्वपूर्ण हैं। साथ ही पर्यटन के लिहाज से। कानपुर और अलीगढ़ औद्योगिक लिहाज से तो प्रयागराज चित्रकूट और मथुरा धार्मिक लिहाज से।

महाकुंभ का आयोजन चुनौती
महाकुंभ का आयोजन ही उत्तर मध्य रेलवे के लिए किसी चुनौती से कम नहीं। ऐसे में हजारों करोड़ की परियोजना केवल महाकुंभ के खाते में चल रही है। आने वाले बजट का बड़ा हिस्सा भी रेलवे के सुंदरीकरण और संरक्षा के लिए खर्च किया जाएगा। जिससे जाहिर है कि यात्री सुविधाओं में इजाफा होगा।


एक नजर उत्तर मध्य रेलवे
- 176 स्टेशन हैं उत्तर मध्य रेलवे में
- 54 स्टेशन अमृत योजना में शामिल
- 8 सौ किलोमीटर डेडीकेटेड कारिडोर
- 250 से ज्यादा ट्रेनों का संचालन
- 11 हजार करोड़ मिला उत्तर मध्य रेलवे को
- 13 सौ करोड़ से बनेगी नई लाइन
- 3669 करोड़ खर्च होगा दोहरीकरण पर
- 1294 करोड़ खर्च होगा यातायात सुविधा पर
- 958 करोड़ खर्च होगा उपभोक्ता सुविधा पर
- 460 करोड़ खर्च होगा सिंगनलिंग पर।



उत्तर प्रदेश को रेल मंत्रालय ने पर्याप्त बजट देकर महत्वपूर्ण कार्य किया है। इससे जाहिर है कि उत्तर प्रदेश रेल मंत्रालय के लिए काफी अहम है। रेल मंत्रालय को इसके लिए धन्यवाद।
रविंद्र गोयल, जीएम उत्तर मध्य रेलवे

उत्तर मध्य रेलवे में प्रयागराज मंडल काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। महाकुंभ की वजह से प्रयागराज मंडल का कायाकल्प हो रहा है। आने वाले बजट से यात्री सुविधाओं में इजाफा होगा। उत्तर प्रदेश को वरीयता के लिए रेल मंत्रालय को धन्यवाद।
हिमांशु बडोनी, महाप्रबंधक प्रयागराज मंडल


उत्तर मध्य रेलवे कई मायनों में अहम है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थल और औद्योगिक शहर उत्तर मध्य रेलवे के हिस्से में हैं। उत्तर से पूरब को औद्योगिक लिहाज से जोडऩे की जिम्मेदारी भी उत्तर मध्य रेलवे पर है। बजट से उत्तर मध्य रेलवे के विकास में मदद मिलेगी। इसके लिए रेल मंत्री को धन्यवाद
हिमांशु शेखर उपाध्याय, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी