प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने भाजपा सरकार की कथनी और करनी में अंतर को इंगित किया। उन्होंने कहा कि सरकार के सांसद और विधायक चार चार पेंशन ले रहे हें और वहीं पर कर्मचारियों को 40 साल सेवा करने के बाद भी पुरानी पेंशन नहीं दी जा रही है। नवीन पेंशन जुआ पर निर्भर है शेयर आधारित पेंशन दिया जाना कहां तक उचित है। सरकार में न रहते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुरानी पेंशन की वकालत की थी लेकिन सरकार बनने के बाद वह भूल गए।

असुरक्षित है कर्मचारियों का बुढ़ापा

मंच द्वारा शासन को प्रेषित मांग में प्रमुख रूप से पुरानी पेंशन बहाली बुढ़ापे की लाठी और सार्थकता पर चर्चा की गई। कहा गया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद भी सरकार के द्वारा नहीं दिया जा रहा है जिससे उनका बुढ़ापा असुरक्षित है 11 सूत्री मांग पत्र पर सदस्यों का ध्यान आकृष्ट किया गया जिसमें प्रमुख रुप से। संविदा कर्मचारी आशा आंगनबाड़ी शिक्षामित्र आंगनवाड़ी सहायिका आदि को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने तथा जब तक राज्य कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया जाता है तब तक न्यूनतम वेतन 18000 दिए जाने की बात की गई। अंत में निर्णय लिया गया कि मांग नही मानने पर 30 नवंबर को लखनऊ के इको गार्डन पार्क में लाखों की संख्या में कर्मचारी एवं संविदा कर्मचारी धरना देंगे। धरना समाप्त होने पर एडीएम सिटी मदन कुमार ने मंच पर आकर मांग पत्र लिया। अंत में अध्यक्ष जी भाषण करते हुए श्री देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव मंच के अध्यक्ष ने सभी कर्मचारी एवं पदाधिकारियों का आभार प्रकट करते हुए धरने का समापन किया गया और आंदोलन में सहभागिता के लिए अपील की गई।

इन्होंने आंदोलन को दिया धार

प्रदर्शन के दौरान मंच के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव, संयोजक अजय कुमार भारती, राग विराग त्रिपाठी, मनोज शर्मा, विनोद द्विवेदी, मोहित इंजीनियर बीके पांडे, प्रदीप कुमार सिंह, इंजीनियर शिव शंकर सिंह, जितेंद्र चतुर्वेदी, सतीश कुमार सिंह, सेख कुतुबुद्दीन, वसीम अहमद, अनुज कुमार पांडे, रामसुमेर मंगला प्रसाद पांडे, रामकृष्ण मिश्र, प्रमिल श्रीवास्तव, राजकुमार आदि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि शिक्षक विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी सहित अन्य वक्ताओं ने मंच को संबंधित किया। देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने आभारप्रकट किया। संचालन मंच के महासचिव विनोद पांडे ने किया।

मंच से लेखपाल संघ प्रयागराज के अध्यक्ष व पेंशनर्स मंच के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार सागर ने कहा कि इस विशाल धरने से सरकार की नींद टूटेगी। उन्होंने कहा कि लेखपाल संवर्ग आंदोलित हुआ वोटर लिस्ट, ग्रामीण योजनाएं, विकास कार्य आदि बाधित हो जाएंगे। उप मंत्री अवनीश पांडे ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा हैं। संघ से अनूप श्रीवास्तव, केके सिन्हा, मो। वारिस आदि उपस्थित रहे।