प्रयागराज ब्यूरो । यूपी बोर्ड की वर्ष 2024 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए केंद्र फाइनल होने की ओर हैं। यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल की ओर से बनाए गए संभावित 7864 परीक्षा केंद्रों को लेकर जिला समितियों की संस्तुति के बाद राज्य स्तर से आपत्ति मांगी गई तो सभी क्षेत्रीय कार्यालयों प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली एवं मेरठ को मिलाकर करीब ढाई हजार प्रत्यावेदन मिले हैं। इनका निस्तारण किया जा रहा है।

वाराणसी रिजन से 800 आपत्तियां

यूपी बोर्ड की प्रायोगिक और लिखित परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद परीक्षा को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में हैं। इसमें परीक्षा केंद्र का निर्धारण प्रमुख कार्य है। नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रस्तावित केंद्रों पर बोर्ड की विशेष नजर है। इसी कारण जिला समितियों ने जनपद स्तर पर मिली आपत्तियों का निस्तारण करने से पहले भौतिक सत्यापन कराया। उसके बाद संस्तुति भेजी। इसके उपरांत बोर्ड सचिव ने क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों के माध्यम से परीक्षा केंद्रों को लेकर आपत्ति मांगी। वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय में करीब 800 प्रत्यावेदन मिले हैं।

निस्तारण के लिए टीमें गठित

इसी तरह प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय में आए करीब 700 प्रत्यावेदनों के निस्तारण के लिए अपर सचिव विभा मिश्रा ने टीमें लगाई हैं। इसी तरह अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों में भी मिले प्रत्यावेदनों का जल्द निस्तारण कराने के निर्देश बोर्ड सचिव ने दिए हैं। प्रत्यावेदनों में अधिकांश शिकायतें परीक्षा केंद्र दूर होने को लेकर हैं। परीक्षा केंद्रों का निर्धारण उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर जिओ लोकेशन से उपलब्ध दूरी के आधार पर किया गया है, लेकिन भौतिक रूप से नदी के इस पार से उस पार केंद्र होने, सड़क मार्ग से दूरी निर्धारित 12 किमी से अधिक होने व केंद्र पर परीक्षार्थियों की संख्या विद्यालय की धारण क्षमता से ज्यादा होने को लेकर हैं। इसके अलावा कुछ शिकायतें नया केंद्र बनाने को लेकर भी हैं, जिस पर बोर्ड सचिव पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जिला समितियों की संस्तुति के बाद केंद्र नहीं बढ़ेंगे, सिर्फ दूरी से जुड़ी आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। प्रत्यावेदनों के निस्तारण के बाद केंद्र फाइनल कर दिए जाएंगे।