मोहर्रम का जुलूस बीतने के बाद बनाए गए कट पर रखे थे लोहे के बैरियर हो गए हैं गायब

पत्रिका चौराहे के पास कई जगह डिवाइडर तोड़कर दबंग दुकानदार व लोगों ने बना दिए कट, बढ़ा एक्सीडेंट का खतरा
लाखों की लागत से रोड के बीचों बीच बनाए गए डिवाइडर को पहुंचाए जा रहे नुकसान की ओर नहीं है ध्यान
प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर स्थित निरंजन ब्रिज के आगे जानसेनगंज चौराहे से पहले बड़ा ताजिया के पास एक बड़ा सा कट है। डिवाइडर बनाते वक्त यह कट नहीं छोड़ा गया था। लोग बताते हैं कि कोरोना काल में दो साल पूर्व डिवाइडर को तोड़कर यह कट खुद अफसरों के जरिए बनाया गया। उस वक्त इस डिवाइडर के तोड़े जाने से उत्पन्न एक्सिडेंट के खतरे को देखते हुए लोकल लोग विरोध किए थे। अधिकारियों द्वारा उन्हें बताया गया था कि वह मोहर्रम का जुलूस समाप्त होने के बाद इसे बनवा देंगे। मोहर्रम का जुलूस बीत गया पर डिवाइडर तोड़कर बनाया गया कट आज तक जस का तस पड़ा हुआ है। व्यापारियों की मानें तो इस कट की वजह से हादसे बढ़ गए थे। हादसों को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस द्वारा यहां लोहे का गार्ड रखकर बैरियर लगा दिया गया था। कुछ वक्त बीतने के बाद खुद कुछ दबंग किस्म के व्यापारी डिवाइडर को हटाकर रोड किनारे फेक दिए। तब से आज तक यह तोड़ा गया डिवाइडर यूं ही पड़ा है। चूंकि डिवाइडर का चौड़ान काफी है लिहाजा आज भी लोग इस कट से रोड पर एक साइड से दूसरी ओर गाडिय़ों को टर्न कर रहे हैं।
गाड़ी मोड़ते वक्त होते हैं हादसे का शिकार
डिवाइडर तोड़कर बनाए गए इस कट से हर रोज गाडिय़ों को एक से दूसरे लेन पर मोड़ते वक्त लोग हादसे के शिकार हो रहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि जब से यह कट बनाया गया हर रोज चार पांच लोगों का एक्सीडेंट हो ही जाता है। किसी के हाथ फ्रैक्चर होते हैं तो किसी के सिर व पैर टूट फूट रहे हैं। कहते हैं कि मोहर्रम पर्व के लिए यह कट बनाया गया था यह ठीक बात है। जब पर्व समाप्त हो गया तो इस डिवाइडर से लोग गाडिय़ों को टर्न नहीं कर सकें, इसका भी प्रबंध अफसरों को करना चाहिए था।

यहां भी टूटा है डिवाइडर
लोक सेवा आयोग और पत्रिका चौराहे के बीच भी रोड पर बनाए गए डिवाइडर को करीब एक डेढ़ हाथ तोड़कर अवैध रूप से चंद दबंग लोग कट बना दिए हैं। चूंकि इस रोड पर गाडिय़ों से लोग बड़ी तेजी के साथ आवागमन करते हैं।
ऐसे में इस अवैध कट से लेन बदल रहे लोग अक्सर हादसे का शिकार हो जाते हैं। यह कंडीशन सिर्फ यही नहीं हैं। पत्रिका चौराहे से बाईं तरफ शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क की ओर टर्न होते ही दस कदम पर दाहिनी तरफ श्रीकृष्ण धाम कॉलोनी है।
इस कॉलोनी गेट के ठीक सामने भी डिवाइडर को तोड़कर छोटा सा कट बना दिया गया है। यह अवैध कट इतना बड़ा है कि एक बाइक आराम से चार हो जाय। सड़क पर दोनों साइड आने व जाने वाली गाडिय़ों की स्पीड काफी तेज होती है।
ऐसे में इस कट से होकर लेन चेंज करने वाले अक्सर यहां भी एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं। चंद स्थानीय दबंगों द्वारा बनाए गए इस तरह के कट को व डिवाइडर की तरफ प्रशासनिक अफसर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।
सड़क पर डिवाइडर बनाते समय छोड़े गए कट को समय रहते बंद कनहीं कराय गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सबसे ज्यादा जरूरी जानसेनगंज कट को बंद कराना है।

स्वार्थ में कर रहे सुरक्षा से खिलवाड़
जानसेनगंज निरंजन टाकीज बिल्डिंग के पास का कट छोड़ दिया जाय तो हर जगह छोटे-छोटे कट लोकल निवासी व दुकानदारों ने बनाए हैं। इसके पीछे मंशा यह है कि लोग आसानी से इस कट के जरिए रोड क्रास करके दुकान या घर पहुंच सकें। उन्हें थोड़ा दूर चलकर चौराहे या नियमानुसार बनाए गए कट से टर्न होकर आना जाना नहीं पड़े। लोग बताते हैं कि अपने स्वार्थ में दबंग किस्म के लोग व चंद दुकानदार सरकार द्वारा बनाए गए रोड के डिवाइडर को जगह-जगह तोड़े गए हैं। प्रशासनिक अफसर हर रोज इन सड़कों से आंख मूंदकर आवागमन करते हैं। पीडीए व नगर निगम के लोग भी इन्हीं सड़कों से आते व जाते हैं। फिर भी इनमें से किसी की नजर पर नहीं पड़ रही है।

जानसेनगंज में कट का जल्द ही निरीक्षण कर बैरियर लगवाया जाएगा। यदि बैरियर लगा था और गायब है तो पता किया जाएगा। डिवाइडर सरकारी सम्पत्ति हैं। इसे नुकसान पहुंचाने पर मुकदमा भी हो सकता है। हालांकि डिवाइडर की सुरक्षा का दायित्व दूसरे विभाग के पास है।
अमित सिंह, ट्रैफिक इंचार्ज