प्रयागराज (ब्यूरो)। नगर निगम के अधिकारी महाकुंभ को लेकर नक्शा मीटिंग और सलाम में व्यस्त हैं। निर्माण कार्यों का टेंडर लेने वाले ठेकेदार मस्त हैं। परिणाम यह है कि कराए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता कंडम हो गई है। महाकुंभ के कार्य से ही ठेकेदार करोड़पति बनने का ख्वाब देख रहे हैं। शायद यही वजह है कि पैसा बचाने के चक्कर में वह कार्यों की गुणवत्ता व मानक एवं मजबूती सब कुछ ताक पर रख दिए हैं। इन सब के बावजूद कार्यों की मानीटरिंग के जिम्मेदार अफसर गांधी जी के तीन बंदों के फार्मूले पर चल रहे हैं। वह न तो कार्यों में हो रहे गलत को देख रहे और न तो उसके बारे में किसी की सुन रहे हैं। बात इतना ही नहीं इसे लेकर वह ठेकेदारों को कुछ बोलते भी नहीं। उन अफसरों की ऐसी स्थिति में ठेकेदार खुलेआम मन की बहुरी चला रहे हैं। बुधवार को नगर आयुक्त द्वारा किए गए निरीक्षण में मिली खामियां इन तमाम बातों की पुख्ता उदाहरण हैं।
फर्म पर लगेगा अर्थदण्ड
महाकुंभ 2025 के मद्देनजर शहर में नगर निगम के द्वारा एक दो नहीं तमाम कार्य कराए जा रहे हैं। बड़े दिन नगर आयुक्त को किए जा रहे कार्यों में गुणवत्ता के निरीक्षण की याद आई। वह मुख्य अभियंता निर्माण, मुख्य अभियंता विद्युत, अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता टीपीआई की टीम के साथ निरीक्षण में निकल पड़े। उनके द्वारा सबसे पहले मोबाइल और पिंक टॉयलेट व यूरिनल आदि को चेक किया गया। इस दौरान उनके 20 अस्थाई नए यूरिनल मंगवाने के निर्देश दिए गए। साथ मौजूद उक्त उपकरणों को दोबारा चेक करने के लिए भी कहा। शहर के नीमसराय एवं ट्रांसपोर्टनगर में चल रहे महाकुंभ से सम्बंधित निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किए। बताते हैं कि यहां नालियों के निर्माण में लगाई गई ईंट के बीच मसाले की मात्रा बेहद कम व लगाए गए मटेरियल की क्वालिटी भी घटिया पाई गई। यह देखते हुए मानीटरिंग करने वाले अफसर को उन्होंने जमकर फटकार लगाई। निर्देश दिए कि पीटीआई टीम के साथ निर्माण कराने वाली फार्म के सभी कार्यों का निरीक्षण कराया जाय। निरीक्षण से लेकर कार्यों की भी फोटो ग्राफी के साथ रिपोर्ट उन्हें भेजी गई। साथ ही मुख्य अभियंता को निर्देश कि वह सम्बंधित अवर अभियंता एवं अधिशाषी अभियंता को चेतावनी पत्र जारी करें। इतना ही नहीं फार्म के खिलाफ अर्थदण्ड लगाने के भी निर्देश दिए हैं। अब उनके इस निर्देश पर मुख्य अभियंता कितना अमल करते हैं। यह आने वाला वक्त ही तय करेगा।
इंटरलाकिंग भी स्तरहीन
निर्माणाधीन एमआरएफ सेंटर सदर बजार का भी उनके जरिए निरीक्षण किया गया। यहां पोल के फाउंडेशन की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं पाई गई।
टीपीआई को निर्देशित किया गया कि स्थलीय निरीक्षण करके रिपोर्ट प्रेषित करें। मुख्य अभियंता एमआरएफ सेंटर के बगल वाली रोड का भी निर्माण कराएं।
बाक्शीबांध वेंडिंग जोन, बाघम्बरी रोड पर कुंभ के कार्य, यमुना बैंक रोड जोन चार, कालीघाट पर सौंदर्यीकरण कार्य, एडीए से मवैया में महाकुंभ मेला द्वारा स्ट्रीट लाइट एवं पोल का निरीक्षण भी किया गया।
सड़क व रोड पटरी के निर्माण में पटरी पर इंटर लाकिंग का निर्माण भी बेहद घटिया पाया गया।
नगर आयुक्त ने उसे उखाड़कर दोबारा बिछाने के निर्देश दिए हैं। कहा कि जिम्मेदार अफसर कार्यों की गुणवत्ता पर नजर रखें।