-रिटायर होने के बाद प्रो। पीके साहू की बदल गई प्रोफाइल

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PRAYAGRAJ: एक दिन की पोस्टिंग लाइफ में कई चेंजेज ला सकती है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक दिन के वीसी की पोस्ट से रिटायर हुए प्रो। पीके साहू के एग्जांपल से इसे अच्छी तरह समझा जा सकता है। सिर्फ एक दिन का वीसी बनकर प्रो। साहू की प्रोफाइल पूरी तरह से चेंज हो गई। कल तक प्रोफेसर पीके साहू रिटायर होने के बाद पूर्व कुलपति इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रो। पीके साहू हो गए। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया कि पद भार लेने के साथ ही उनका सोशल स्टेटस भी काफी बढ़ गया। साथ ही कई अन्य बेनेफिट्स भी उन्हें मिलेंगे।

उच्च पदों तक पहुंचाना हुआ आसान

सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वीसी की पोस्ट से रिटायर होने के बाद से ही उच्च पदों तक पहुंचाना आसान हो जाता है। आटा के पदाधिकारी प्रो आरआर सिद्दीकी ने बताया कि प्रो। पीके साहू मैक्सिमम पे गे्रड पर थे। लेकिन दूसरे मामलों में कुलपति से रिटायर होने के लाभ अलग है। इसके बाद किसी भी आयेाग के मेंबर से लेकर अध्यक्ष पद तक पहुंचना काफी आसान हो जाता है। इसके साथ ही सेंट्रल गर्वनमेंट से जुड़े अन्य प्रोजेक्ट्स में भी अच्छी पोजीशन मिलने की संभावना बनी रहती है।

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शाम होते ही नए कुलपति बने प्रो। आरआर तिवारी

प्रो। पीके साहू के रिटायरमेंट के बाद कम्प्यूटर साइंस के विद्वान प्रो। आरआर तिवारी इलाहाबाद केन्द्रीय यूनिवर्सिटी के नए एक्टिंग वीसी बने। उन्होंने शाम पांच बजे के बाद कुलपति ऑफिस में पहुंचकर पदभार ग्रहण किया और पूर्व कुलपति प्रो। पीके साहू को विदाई दी। इस मौके पर आटा अध्यक्ष प्रो। रामसेवक दुबे समेत अन्य पदाधिकारी और टीचर्स मौजूद रहे।