20 स्नान घाटों का हुआ है निर्माण

08 किमी से अधिक स्नान क्षेत्र

25000 टॉयलेट लगे हैं मेला एरिया में

-मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए तैयार पुलिस और प्रशासन, गुरुवार को लगातार जारी रहा भीड़ का आना

-वाहनों के प्रवेश लगी रोक, वाहन पास वालों को भी करनी पड़ी झिकझिक

PRAYAGRAJ: माघ मेले के सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के गंगा में डृबकी लगाने की उम्मीद की जा रही है। पर्व को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी कमर कस ली है। इसको लेकर गुरुवार शाम एडीजी प्रेम प्रकाश, कमिश्नर डॉ। आशीष गोयल, डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने रणनीति तय की। गंगोत्री सभागार में हुई बैठक में बैठक में कमिश्नर ने कहाकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के समन्वय स्थापित होना चाहिए। जिससे स्नान पर्व को सफलतापूर्वक आयोजित कराया जा सके।

शालीन हो पुलिस का व्यवहार

कमिश्नर ने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ पुलिस का व्यवहार शालीन होना चाहिए। एडीजी जोन ने कहा कि रूट डायवर्जन होने की स्थिति में अपना सहयोग प्रदान करें। जिससे कि श्रद्धालुओं को सुचारू रूप से मौनी अमावस्या का स्नान कराया जा सके। अधिकारियों ने कहा कि एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आस्था के संगम में डुबकी लगाने की आशा की जा रही है। बताया कि श्रद्धालुओं के लिए 20 स्नान घाटों का निर्माण 8 किमी से अधिक क्षेत्र में किया गया है। लगभग 25000 शौचालय सुचारू रूप से चलाए जा रहे हैं। मेले में शांति और सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरएएफ और पीएसी को तैनात किया गया है। कहा कि लावारिस वस्तुओं की प्रॉपर चेकिंग कराई जाए। स्नानघाटों पर जहां कटान है, उस ओर स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं को नहीं जाने दिया जाए।

अक्षयवट के दर्शन नहीं

24 जनवरी को अक्षयवट, सरस्वतीकूप एवं पातालपुरी के दर्शन सुलभ नहीं हो सकेंगे। इसके लिए श्रद्धालुओं को अवगत कराये जाने हेतु नियमानुसार ड्यूटियां लगायी गई हैं। बैठक में आईजी केपी सिंह, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, पीडीए वीसी टीके शिबू, नगर आयुक्त रविरंजन सहित तमाम अधिकारी उपस्थित रहे।