प्रयागराज (ब्यूरो)। विवाहिता अंशिका केसरवानी की मौत के बाद उसकी सास शोभा व श्वसुर राजेंद्र केसरवानी को जिंदा जलाए जाने के मामले में मु_ीगंज पुलिस ने दो मुकदमा कायम किया है। अंशिका के पिता सरदारी लाल की तहरीर पर उसके सास, श्वसुर, चारों ननद और तीन बहनोई के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ व दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। शिवानी की लिखित शिकायत पर अंशिका के पिता सरदारी लाल, मां शशि, भाई आदर्श, अंशु व सुरुचि, रिया, रशिक लाल, रशिक के बेटे शुभम, सूरज और सचिन के चाचा-चाची सहित 70 अज्ञात के विरुद्ध बलवा, आगजनी, हत्या की एफआइआर हुई है। इस मामले में पुलिस सरदारी लाल, उसके बेटे समेत 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
रात में घर पहुंचा था अंशू
सत्तीचौरा मालवीय नगर निवासी शिवानी का आरोप है कि सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे उसका भाई अंशू घर आया और पालतू कुत्ते को खाना देकर अपने कमरे में भाभी अंशिका को बुलाने गया। दरवाजा बंद होने पर खटखटाया और फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। रोशनदान के शीशे को तोड़कर देखा तो भाभी पंखे से लटकी हुई थी। यह देखकर वह चिल्लाने लगा। इसके बाद चाचा के साथ मु_ीगंज थाने जाकर पुलिस को सूचना दी और भाभी के घरवालों को भी बताया। थोड़ी देर बाद पुलिस व भाभी के परिवार के करीब 70 लोग आ गए। पुलिस दरवाजा तोड़कर शव को बाहर लेकर गई तो सरदारी लाल समेत अन्य लोग उन पर लाठी-डंडा लेकर टूट पड़े। इसी बीच महिलाओं ने गैलन में रखा तेल डालना शुरू कर दिया और फिर आदर्श, अंशु ने माचिस जलाकर आग लगा दी। तब कमरे में उसके अलावा माता, पिता, चाची लवली मौजूद थीं। नीचे सरदारी लाल व शशि चिल्ला रही थीं कि उन्होंने नीचे भी आग लगा दिया है। शिवानी ने किसी तरह अपनी व चाची की जान बचा सकी, लेकिन आग बुझने पर देखा तो उसके माता-पिता मृत पड़े थे।
पूरे परिवार पर प्रताडि़त करने का आरोप
पीडीए कालोनी झलवा निवासी सरदारी लाल का आरोप है कि उन्होंने 13 फरवरी 2023 को अपनी बेटी अंशिका की शादी अंशू केसरवारी के साथ की थी। शादी में 10 लाख नकद, कार व गृहस्थी का पूरा सामान दिया था, मगर उनकी दहेज की भूख नहीं मिट रही थी। राजेंद्र केसरवानी, अंशू की मां, चारों बहन, तीन ननदोई, अविवाहित बहन शिवानी दहेज के लिए प्रताडि़त करते थे। सोमवार को परिवार के लोगों ने अंशिका को फांसी लगाकर मार दिया। हादसा दिखाने के उद्देश्य से और तथ्य छिपाने के लिए मकान में आग लगाकर बगल के घर से भाग गए।
फंदे पर लटकने से हुई अंशिका की मौत
फर्नीचर कारोबारी अंशू केसरवानी की पत्नी अंशिका की मौत फंदे पर लटकने से हुई है। मंगलवार शाम डाक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम किया, जिसके बाद इसका पता चला कि उसकी हत्या नहीं की गई है। वहीं, राजेंद्र केसरवानी और उनकी पत्नी शोभा की जलने से मौत की पुष्टि हुई है। हालांकि उनके शरीर पर चोट को कोई निशान नहीं पाए गए हैं।
सीसीटीवी फुटेज से जुटाए जाएंगे सुराग
मकान में आग लगाने वालों के खिलाफ पुलिस वैज्ञानिक साक्ष्य भी संकलित कर रही है। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। कब्जे में लिए गए डीवीआर से भी फुटेज देखी जाएगी, ताकि आगजनी करने वालों के विरुद्ध ठोस सबूत मिल सके। पीडि़त परिवार के मोबाइल में कैद वीडियो को भी जांच के दायरे में लाया जाएगा।