30 हजार है इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स की संख्या

04 संकाय इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हैं संचालित

11 महाविद्यालय इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के संघटक डिग्री कॉलेजों में शामिल

15 सेंटर्स में चार को छोड़कर सभी में होगी ऑनलाइन पढ़ाई

25 हजार है डिग्री कालेजों में स्टूडेंट्स की कुल संख्या

55 हजार के करीब है इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और सभी संघटक डिग्री कालेजों में स्टूडेंट्स की संख्या

315 से अधिक टीचर्स यूनिवर्सिटी में है तैनात

34 डिग्री व डिप्लोमा कोर्स होते हैं इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में संचालित

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-यूनिवर्सिटी ने शुरू की तैयारी, जारी किया नोटिफिकेशन

-यूनिवर्सिटी और सभी संघटक डिग्री कॉलेजों में नए सेशन से चलेंगी ऑनलाइन क्लासेस

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PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी ने बहुत से पैटर्न बदल दिए हैं। वक्त की नजाकत और जरूरत को देखते हुए पूरा जोर ऑनलाइन पर है। इसी कड़ी में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन क्लास चलेंगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है। सभी संघटक डिग्री कॉलेज में भी स्टूडेंट्स ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे। मंगलवार को यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया।

ताकि पढ़ाई पर न पड़े असर

कोरोना के चलते एनुअल और सेमेस्टर एग्जाम पोस्टपोंड हो चुके हैं। इससे यूनिवर्सिटी में एजुकेशन सेशन भी गड़बड़ा रहा है। वहीं संक्रमण के केसेज में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इन सबके बीच नए सेशन में क्लासेस के संचालन को लेकर असमंजस बना हुआ था। इसी बीच कार्यवाहक कुलपति प्रो आरआर तिवारी की अध्यक्षता में तीन जुलाई को सभी संकायों के डीन की बैठक बुलाई गई। इसमें करेंट सिचुएशन को देखते हुए सर्वसम्मति से ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन का फैसला लिया गया। इसी के साथ इविवि समेत सभी 11 संघटक कॉलेजों में पहली बार ऑनलाइन क्लासेस का संचालन होगा।

लर्निग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर पर कंटेंट उपलब्ध

अकेले इविवि में तकरीबन 30 हजार स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड हैं। यूनिवर्सिटी के 11 संघटक डिग्री कॉलेजों में करीब 25 हजार स्टूडेंट्स हैं। इसके अलावा 15 सेंटर में बंद पड़े चार सेंटर को छोड़कर सभी 11 सेंटर में भी ऑनलाइन पढ़ाई होगी। इसके लिए इविवि प्रशासन ने पहले ही तैयारी कर ली थी। लर्निग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर इजाद किया गया। खास बात यह है कि ऑनलाइन कंटेंट केवल उन्हीं विद्यार्थियों को उपलब्ध हो सकेगा, जो रजिस्टर्ड होंगे। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई का ट्रायल भी किया गया। अब इविवि के सभी 315 टीचर्स को सॉफ्टवेयर पर कंटेंट और वीडियो अपलोड करने होंगे। इसके लिए टीचिंग स्टाफ को 15 जुलाई तक का वक्त दिया गया है।

स्टूडेंट्स का डेटा बैंक होगा तैयार

कार्यवाहक कुलपति प्रो। आरआर तिवारी ने चारों संकाय के डीन को निर्देश दिया है कि वह स्टूडेंट्स का डेटा बैंक तैयार करें। इसके लिए स्टूडेंट्स का नाम, मोबाइल नंबर और ई-मेड आईडी जुटाने को कहा गया है। नए सेशन में एडमिशन प्रॉसेस पूरा हाने के बाद नवप्रवेशियों के लिए भी ऑनलाइन कक्षाओं का प्रारूप 17 अगस्त तक तैयार कर लिया जाएगा।

होगा बड़ा चैलेंज

ऑनलाइन क्लासेस का संचालन टीचर्स और प्रोफेसर्स के लिए चैलेंज ही होगा। बहुत से लोग रिटायर होने वाले हैं। वहीं टीचिंग स्टाफ को खुद को टेक्निकली प्रिपेयर करने में काफी मेहनत करनी होगी। ऑनलाइन क्लासेस में नेटवर्क भी बड़ी समस्या बन सकता है। फिलहाल यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से 15 जुलाई तक सभी डीन व एचओडी को टाइम टेबल उपलब्ध कराने का निर्देश जारी हुआ है।

कोरोना महामारी के दौर में ऑनलाइन क्लासेज के संचालन का निर्णय लिया गया है। लॉकडाउन में ट्रायल भी किया जा चुका है। इस नए तरीके से विद्यार्थियों को पढ़ाई का नुकसान भी नहीं होगा।

- प्रो। एनके शुक्ल, रजिस्ट्रार, एयू