इलाहाबादियों की राय भी सर्वे के परिणाम से जुदा नहीं, 70% ने किसी पार्टी को बहुमत से किया इंकार

ALLAHABAD: वोटिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 48 घंटे भी नहीं बचे हैं मतगणना में। अब बारी है प्रदेश में सरकार बनाने की। पूरी तस्वीर तो 11 को होने वाली मतगणना के साथ ही साफ होगी। लेकिन, मतगणना पूर्व सर्वे की विभिन्न संगठनों द्वारा जारी की गई रिपोर्ट से जुदा इलाहाबादियों की राय नहीं है। 70 फीसदी इलाहाबादी मानते हैं कि यूपी में इस बार त्रिशंकु विधानसभा होगी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने फेसबुक पर जनता से यह सवाल पूछा तो करीब डेढ़ हजार लोगों तक इसकी पहुंच बनी।

तीस फीसदी सीधे भाजपा के साथ

फेसबुक पेज इलाहाबाद कॉलिंग पर कराई गई डिबेट और सर्वे में तीस फीसदी लोगों ने भाजपा के पूर्ण बहुमत में आने का दावा किया है। उनका तर्क है कि इस बार भाजपा की लहर है और जनता भी चाहती है कि यूपी में बीजेपी की सरकार बने। पब्लिक यह भी मान रही है कि बीजेपी द्वारा सीएम का चेहरा घोषित नहीं करना उसके लिए माइनस प्वाइंट हो सकता है। पब्लिक के जवाब में अजीबो-गरीब दावे भी देखने को मिले। कुछ लोगों ने कहा कि गठबंधन टूटेगा और बसपा, कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। कुछ का कहना था कि बहुमत नहीं मिलने पर बसपा और भाजपा के बीच गठबंधन सरकार बनेगी। एक दावा यह भी किया गया कि सपा-कांग्रेस गठबंधन नंबर एक पर रहेगा और भाजपा अधिक सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रहेगी।

Dinesh Yadav

अब नतीजे और नई सरकार का इंतजार है। अबकी बार लगता है कि त्रिशंकु विधानसभा हो सकता है। लहर जैसी कोई तस्वीर नहीं दिख रही, भाजपा और बसपा मिलकर सरकार बना सकते हैं।

Rishi Sameer

बहुमत के आसार तो किसी पार्टी के नजर नहीं आ रहे लेकिन चुनावी परिणाम अप्रत्याशित भी हो सकते हैं। कुछ निश्चित नही कहा जा सकता।

Neera Tripathi

परिणाम के बारे में अनुमान लगाना बेहद मुश्किल काम है। मेरे हिसाब से किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा, खिचड़ी सरकार बनेगी।

Nitin Jaiswal

इस बार चुनावी नतीजे चौंकाने वाले होंगे, क्योंकि सभी नेता अपने आप को पूर्ण बहुमत वाली सरकार घोषित कर रहे हैं। मुझे लगता है कि त्रिशंकु विधानसभा होगी। सरकार बनाने के लिए बड़ा जोड़-तोड़ होगा।

Mahindra Kumar

रिजल्ट चौकाने वाले होंगे। 11 मार्च को साफ हो जाएगा। मेरे हिसाब से गठबंधन से बीएसपी सरकार बनाएगी।

Bhartendra Tripathi

कहना बहुत मुश्किल है। हर जगह कांटे की टक्कर है। कोई भी अपनी विजय की सुनिश्चित भविष्यवाणी नहीं कर सकता।

Abhishek Tripathi

कोऊ नृप होहि हमें ही हानी। मतलब राजा चाहे जो भी हो नुकसान तो हमें ही यानी जनता को होगा। जो जीतेगा, वही लूटेगा। जनता से ज्यादा बीपी तो राजनीतिक लोगों का बढ़ा है।