प्रयागराज ब्यूरो । मुट्ठीगंज थाना क्षेत्र के सत्ती चौरा में रहने वाले अंशू केसरवानी के साथ ब्याही महिला अंशिका केसरवानी की मौत के बाद रात में जमकर बवाल हुआ। इसी बीच संदिग्ध हालात में मृतका के घर में आग लग गयी। फर्नीचर की दुकान वाले घर में आग लगने से पूरा परिवार घर के भीतर फंस गया। आरोप है आग लगाने की घटना मृतका के मायके पक्ष के लोगों ने अंजाम दी है। समाचार लिखे जाने के समय तक पुलिस से बात न होने के चलते ऑफिशियल फैक्स सामने नहीं आ सके थे। मौके पर रात साढ़े 12 बजे तक सैकड़ों लोग जमा थे और पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे।
दहेज की मांग में हत्या का आरोप
मृतका अंशिका मूलरूप से झलवा एरिया की रहने वाली थी। बताया जाता है कि दहेज को लेकर अंशिका को प्रताडि़त किया जा रहा था। इसके चलते वह मायके चली आयी थी। बाद में किसी तरह से वह अपने ससुराल पहुंची तो फिर से उत्पीडऩ शुरू हो गया। मायके पक्ष के लोगों का कहना था कि दिन में तीन बजे के करीब अंशिका ने फांसी लगा ली थी। इसकी सूचना उन्हें रात में साढ़े आठ बजे दी गयी थी कि अंशिका ने फांसी लगा ली है और दरवाजा अंदर से बंद है। इस सूचना पर मायके पक्ष के लोग मौके पर पहुंच गये और हंगामा शुरू कर दिया। बवाल बढ़ा तो अंशिका का पति मौके से भाग खड़ा हुआ। इसके बाद रहस्यमय तरीके से रात 11 बजे के करीब अंशू के घर में आग लग गयी और उसका पूरा परिवार घर के भीतर फंस गया। आग की लपटें देखकर आसपास के लोग उनकी मदद के लिए जुट गये। वैसे मृतका के मायके वालों का कहना था कि उन्होंने आग लगाने जैसी किसी हरकत को अंजाम नहीं दिया है। यह उन्हें घेरने की साजिश है। समाचार लिखे जाने के समय तक मौके पर गहमा गहमी का माहौल था।