- 16 अगस्त को प्रस्तावित है बीईओ एग्जाम

- 18 जिलों में होनी है बीईओ प्री परीक्षा

- 05 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने किया है आवेदन

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- कोरोना संक्रमण के कारण प्रतियोगी परीक्षा टालने की कर रहे हैं मांग

- राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री से लेटर भेजकर परीक्षा टालने के लिए कर चुके हैं गुजारिश

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PRAYAGRAJ: लोक सेवा आयोग की ओर से प्रस्तावित खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ)-2019 प्री एग्जाम 16 अगस्त को प्रस्तावित है। परीक्षा प्रदेश के 18 जिलों में कराई जायेगी। इसमें पांच लाख 28 हजार से अधिक आवेदन हुए हैं। आयोग ने अभ्यर्थियों का प्रवेश पत्र भी जारी कर दिया है। वहीं कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप का हवाला देकर भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करके परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। इसके पहले मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र भी भेजा जा चुका है। मोर्चा की ओर से राज्यपाल व मुख्यमंत्री को मेल भेजकर परीक्षा स्थगित करने का निर्देश जारी करने की गुजारिश भी की गई।

एकेडमिक कार्यक्रम 31 अगस्त तक है स्थगित

मोर्चा अध्यक्ष कौशल सिंह का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। हर जिले की स्थिति खराब है। जबकि कानपुर, लखनऊ, आगरा, गोरखपुर व प्रयागराज अतिसंवेदनशील है। कई प्रतियोगी कोरोना पॉजिटिव हैं या उनके परिवार में कोई न कोई पॉजिटिव है। ज्यादातर प्रतियोगियों का घर हॉटस्पाट क्षेत्रों में है। जबकि दिल्ली, बिहार, चंडीगढ़, उत्तराखंड आदि प्रदेशों से यातायात की कोई सुविधा नहीं है। इसके बीच आयोग ने बीईओ की परीक्षा कराने का निर्णय ले लिया। कहा कि अनलॉक-3 के लिए केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक व एकेडमिक कार्यक्रम 31 अगस्त तक स्थगित करने का निर्देश है। लेकिन उसका पालन नहीं किया जा रहा है।