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मुकदमे दर्ज हैं राजेश यादव उर्फ मामा के खिलाफ

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घंटे करीब हवेलिया स्थित उसके मकान पर गरजी पीडीए की जेसीबी

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में से दो जेसीबी ही ध्वस्तीकरण में कर सकीं काम

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वर्गगज में करीब बनी थी उसकी यह बिल्डिंग

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कमरे बनाए गए थे ऊपर और नीचे के फ्लोर को मिलाकर

छोटा राजन गैंग का शूटर रहा है राजेश, नक्शा न होने की वजह से ढहाया गया मकान

PRAYAGRAJ: झूंसी के हवेलिया स्थित राजेश यादव उर्फ मामा की बिल्डंग बुधवार को ढहा दी गई। साधारण परिवार में जन्में राजेश के कदम अपराध की दुनिया में जा पहुंचे। उसने हाथ में बंदूक उठाई तो पीछे मुड़कर देखना गवारा नहीं समझा। एक दिन ऐसा भी आया कि राजेश अंडरव‌र्ल्ड डॉन छोटा राजन का खास बन गया। छोटा राजन का सिर पर हाथ पड़ा तो वह अपराध जगत की चोटी पर जा बैठा। धीरे-धीरे राजेश छोटा राजन का शार्प शूटर बन गया। वह छोटा राजन के इशारे पर खून बहाने लगा। खौफ बढ़ा तो वह दौलत के लिए हत्या से लेकर लूट व फिरौती और रंगदारी तक वसूल करने लगा। पैसे आए तो उसने बिल्डिंग खड़ी करने के साथ प्रॉपर्टी बनाता चला गया। जितनी तेजी से उसकी प्रॉपर्टी व बैंक बैलेंस बढ़े उतनी ही रफ्तार से राजेश के गुनाहों की किताब भी भरती चली गई। राजेश के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में कुल 22 मुकदमें दर्ज हैं। पीडीए अफसरों के मुताबिक इस बिल्डिंग का नक्शा पास नहीं था। जांच में यह बात साबित होने के बाद इमारत को ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू हुई।

मुंबई के काला घोड़ा शूटआउट में आया था नाम

2004 में सिविल लाइंस निवासी सुप्रसिद्ध डॉक्टर काíतकेय शर्मा का अपहरण हुआ था। अपहरण कांड में राजेश यादव उर्फ मामा और श्लोक पंडित जैसे कुख्यात अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। मामला डॉक्टर का होने के कारण शहर से लेकर पूरे प्रदेश में चर्चा हो रही थी और कई दिनों तक प्रदर्शन चला था। मगर, जब गिरफ्तारी हुई तो राजेश यादव का नाम चर्चा का विषय बन गया। जेल से बाहर आने के बाद श्लोक पंडित का वाराणसी में एनकाउंटर हो गया, लेकिन राजेश मुंबई भाग गया। वहां अंडरव‌र्ल्ड डॉन छोटा राजन के संपर्क में आया। फिर उसके लिए शूटर उपलब्ध करवाने लगा। मुंबई के काला घोड़ा शूटआउट में बच्चा पासी और राजेश यादव का नाम आया तो दोनों कुख्यात हो गए। शहर आकर पहले दोनों साथ काम करते रहे लेकिन नगर निगम के ठेके को लेकर विवाद हुआ तो अलग हो गए। वर्ष 2006 में कचहरी डाकघर में दो लोगों की हत्या में भी राजेश का नाम आया था कि उसके ही इशारे पर कत्ल किया गया है।

डेढ़ करोड़ रुपए आंकी गई कीमत

करीब आधा दर्जन जेसीबी लेकर शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े 11 बजे पीडीए के अधिकारी फोर्स के साथ हवेलिया पहुंचे। गली संकरी होने के कारण मात्र दो जेसीबी ही उसके मकान तक पहुंच सकीं। शाम छह बजे तक उसके मकान को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। अधिकारियों द्वारा जमींदोज की गई इस बिल्डिंग की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये आंकी गई। जमीन किसके नाम यह अधिकारी देर रात तक स्पष्ट रूप से नहीं बता सके। कहा गया कि जमीन को लेकर राजस्व विभाग के अधिकारी जांच कर रहे हैं।

रम्मन का पूरा में रहता है राजेश

शार्प शूटर राजेश की प्रॉपर्टी जिले के कई हिस्सों में है।

पुलिस के मुताबिक हवेलिया में मकान बनाने के बाद वह सुलेमसराय के रम्मन का पूरा जा बसा।

यहां घर बनवाकर वह रहने लगा। गांव में अक्सर आया जाया करता है। अफसरों की मानें तो राजेश प्रॉपर्टी का भी काम करता है।

झूंसी ही नहीं उसकी प्रॉपटी सरायइनायत से लेकर धूमनगंज एरिया में भी बताई जाती है।

कहते हैं कि इनमें कुछ प्रॉपर्टी राजेश के नाम तो कुछ उसके रिश्तेदारों व घरवालों के नाम है।

यूपी एसटीएफ द्वारा बनाई गई टॉप अपराधियों की लिस्ट में जिले के चार टॉप अपराधियों में एक राजेश भी है।

ध्वस्त किया गया मकान शातिर अपराधी राजेश यादव उर्फ मामा का है। इस बिल्डिंग का नक्शा पीडीए से पास न होने के कारण यह कार्रवाई की गई। जमीन को लेकर राजस्व विभाग पड़ताल कर रहा है।

-सत शुक्ला,

जोनल अधिकारी पीडीए