प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सोसाइटी में आये चेंज को ये हथियार के तौर पर यूज करते थे लिहाजा कभी हथियार के इस्तेमाल की जरूरत ही नहीं पड़ी। एक के बाद एक करके इन्हें शहर के पॉश मोहल्लों के आठ घरों को खंगाल डाला। चार लाख से अधिक कैश के अलावा लाखों रुपये मूल्य के जेवरात, कीमती मूर्तियां और विदेशी सिक्के चोरी कर ले गये। चोरी के माल के बंटवारे का इंतजाम ऐसा कर रखा था कि दो घरों से चुराया गया माल तो उनकी निशानदेही पर बरामद हो गया लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद भी यह पता नहीं चला कि यह चोरी किसके घर से और कब हुआ। पुलिस को भरोसा है कि घटना का खुलासा मीडिया में सामने आयेगा तो शायद शिकायतकर्ता सामने आ जाएं।
दिन भर मोहल्लों में घूमते रहते थे
रात में घरों को खाली कर देने का टास्क लेकर निकलने वाले ये शातिर चोर दिन में मोहल्लों में बन ठन कर घूमा करते थे। महंगे ब्रांड के कपड़े, जूते और बाइक इनकी पसंद थी। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने चोरी का सामान बरामद हुआ है। जिसमें विदेशी सिक्के, जेवरात, चोरी बाइक और चार लाख रुपये से अधिक का कैश व अन्य सामान शामिल हैं। उन्होंने नौ घरों में चोरी की घटनाएं करने की बात को स्वीकार किया है। गिरोह का सरगना पकड़ में नहीं आया है जिसकी तलाश में टीम लगी है।

पुलिस व एसओजी की टीम लगी थी
डीसीपी नगर संतोष कुमार मीना ने बताया कि पिछले दिनों जार्जटाउन इलाके में अधिवक्ता राकेश कुमार गुप्ता के घर में चोरी हुई थी। उन्होंने चोरी गये सामानों का डिटेल दिया था। इसके अलावा भी चोरी की घटनाएं प्रकाश में आयी थीं। इसके बाद जार्जटाउन और कीडगंज पुलिस केसाथ एसओजी की टीम चोर गिरोह की तलाश में शिद्दत से जुटी थी। शनिवार सुबह इस टीम ने पांच अपराधियों को रेलवे लाइन के पास पकड़ा। यह लोग बनठन कऱ ऐसा घूमा करते थे। जिनको देखने के बाद कोई शक ही नहीं कर पाते थे कि आखिरकार यह लोग वह ही हैं जो रात में चोरी की वारदात को भी अंजाम दे सकते है। इनके पास तीन अवैध हथियारों भी मिले हैं। पूछताछ में पता चला कि ये जिस बाइक का इस्तेमाल कर रहे हैं वह भी करछना इलाके से चोरी की गई है। इस गिरोह का सरगना प्रतापगढ़ निवासी हैदर है जो यहां नैनी के महेवा में रहकर इन अपराधियों के साथ घरों में चोरी करता था। वह फिलहाल पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है लेकिन उसका डिटेल पुलिस के हाथ लग गया है। इसके आधार पर उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमें लगा दी गयी हैं।

सरगना हैदर करता था रेकी
एडीसीपी क्राइम सतीशचंद्र ने बताया कि गैंग का सरगना हैदर दिन में शहर में घूमता और उन घरों को चिन्हित करता था जिन घरों में ताले लगे होते। ताला देखने के बाद इनका काम शुरू हो जाता था। ये उस रास्ते पर कई बार आते जाते थे। इसके जरिए यह पता करते थे कि आसपास रहने वाले लोग कैसे हैं और उनका मूवमेंट कैसा है। आसपास के घरों में सीसीटीवी कैमरा लगा है या नहीं। आसपास कहीं गार्ड मूव करता है या नहीं। पूरा डिटेल जुटा लेने के बाद ये चोरी की योजना पर काम करते थे। ताला तोडऩे के लिए ये राड और शब्बल का इस्तेमाल करते थे। ताला टूटने के बाद ये आराम से पूरा घर खंगालते थे और भोर से पहले घर से निकल जाते थे। इससे इनके बार में किसी कोई भनक नहीं मिलती थी।
ज्वैलर खरीदता था गहने
इस गैंग के सदस्यों ने चोरी में मिलने वाले जेवरों को खपाने का रास्ता भी खोज लिया था। इसके लिए उन्होंने शंकरगढ़ एरिया के रहने वाले एक ज्वैलर से सम्पर्क कर रखा था। वह चोरी के गहने बेचने में मदद करता था। उसका नाम मकलेश सोनी बताया गया है। पुलिस के अनुसार इन लोगों ने कीडगंज में मिष्टान भंडार, नैनी, फाफामऊ, कीडगंज, शिवकुटी, अतरसुइया, जार्जटाउन इलाकों में घरों में घुसकर हाथ मारा था। बरामद माल में विदेशी सिक्के, लैपटाप तथा चांदी की कुछ मूर्तियों के बारे में पता नहीं चल पा रहा कि इन्हें किस जगह से चुराया गया था।

दर्ज हैं कई आपराधिक मुकदमे
जार्जटाउन थाना प्रभारी धीरेंद्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में बारा में कूडी गांव का सुमिरन कोल, शंकरगढ़ के मोदी नगर का आशीष कुमार, लखनऊ के सरोजनी नगर शनि कुमार, उतरांव के दमगढ़ा का जावेद अख्तर और शंकरगढ का कमलेश सोनी है। इन सबके खिलाफ पहले से चोरी समेत कई आपराधिक मुकदमे हैं। अभी दो चोरी की घटना यह लोग बता नहीं पा रहे है आखिर कहां से चोरी किये है। जिसमें विदेशी सिक्के, लैपटॉप व चांदनी का पानी चढ़ा भगवान की मूर्ति मिली है। गिरफ्तार करने में एसओजी प्रभारी राजेश उपाध्याय व उनकी टीम का अहम रोल रहा।

पुलिस टीम ने इस हाइटेक चोरों के गैंग का खुलासा किया है। काफी सामान भी बरामद हुआ है। गैंग के सरगना की भी डिटेल मिल गयी है। उसे गिरफ्तार करने के लिए टीमें लगा दी गयी हैं। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
संतोष कुमार मीणा अपर पुलिस आयुक्त