एसटीएफ ने तैयार की एक हजार पन्ने की केस डायरी

शिक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े करने का मामला

प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े करने के मास्टर माइंड चंद्रमा यादव समेत आठ अभियुक्तों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो गई है। स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने मंगलवार शाम को सभी के विरुद्ध आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया। एसटीएफ ने इस मामले की विवेचना करते हुए करीब एक हजार पन्ने की केस डायरी तैयार की है।

सोरांव पुलिस ने की शुरुआती विवेचना

जून में इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ था। पहले सोरांव पुलिस ने इसकी विवेचना शुरू की, लेकिन प्रकरण चर्चित होने पर विवेचना एसटीएफ को ट्रांसफर कर दी गई। मामले में गिरोह के सरगना पूर्व जिपं सदस्य डॉ। केएल पटेल, तीन अभ्यर्थी समेत 12 लोगों को पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उन सभी के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई। फिर स्कूल प्रबंधक चंद्रमा को करीब 20 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। उसके कई और साथियों को भी पकड़कर जेल भेजा गया।

स्कूल चलाता है चन्द्रमा

चंद्रमा यादव पुत्र बर्फी लाल धूमनगंज थाना क्षेत्र के टीपी नगर गंगा बिहार कॉलोनी का रहने वाला है। टीपी नगर में पंचम लाल आश्रम इंटर कॉलेज है, जिसका संचालन चंद्रमा यादव करता है। लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का सेंटर उसके स्कूल में होता है। ज्यादा पैसा कमाने के लालच में वह कुछ साल पहले ललित त्रिपाठी के जरिए गिरोह के सरगना डॉ। केएल पटेल और मायापति से मिला था। फिर उसके गिरोह के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा करने लगा। चंद्रमा अपने ही स्कूल से प्रतियोगी परीक्षा का पर्चा बाहर निकालकर और फिर फोटो खींचकर उसे वाट्सएप के जरिए केएल पटेल के गिरोह तक पहुंचा देता था। सोरांव में जब उसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया तो फरार हो गया था।

छह लाख में आउट होता था एक पर्चा

एक पर्चा आउट करने पर उसे करीब छह लाख रुपये मिलते थे। पिछले कुछ सालों में शिक्षक भर्ती समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पर्चे आउट किए थे। फिलहाल एडिशनल एसपी एसटीफ नीरज पांडेय का कहना है कि विवेचना पूरी होने के बाद चंद्रमा यादव, भदोही के मायापति दुबे, प्रतापगढ़ के दुर्गेश पटेल व प्रयागराज के शिवदीप सिंह, सत्यम, शैलेष, संदीप पटेल, दुर्गेश सिंह और अर¨वद पटेल के खिलाफ भी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है।