No need to fear

एसएसपी उमेश श्रीवास्तव ने कहा कि माघ मेले को लेकर उनके पास कोई डायरेक्ट ऐसा इनपुट नहीं है जिसमें आतंकी हमले के बारे में कोई एलर्ट जारी हो। बावजूद इसके हम तैयार हैं। माघ मेले को सिक्योरिटी के लिए दो जोन में बांटा गया है। जिसकी कमान दो एसपी के हाथ में है। इसके अलावा सेक्टर्स  की कमान डिप्टी एसपी को सौंपी गई है। माघ मेला क्षेत्र की सिक्योरिटी के लिए 10 थाने और 35 पुलिस चौकी बनी हैं। हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे हर जगह की गतिविधियों की जानकारी कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी।

Entry point पर होगी checking

आतंकियों की लिस्ट के बारे में एसएसपी ने बताया कि यह लिस्ट पूरे देश में जारी की गई है। यहां पर हमें विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। माघ मेला एक बड़ा आयोजन है और यहां पर लाखों लोग आते हैं। ऐसे में माघ मेला में एंट्री करने वाले सभी प्वाइंट पर इन लिस्ट के साथ पुलिस की टीम एलर्ट रहेगी। वहां पोस्टर भी लगा रहेगा। ताकि पुलिस यह चेकिंग के दौरान ध्यान रखे कि इन चेहरों से मिलता जुलता कोई व्यक्ति माघ मेले में एंट्री न कर सके। विशेष सुरक्षा के लिए एटीएस लगा दी गई है। एटीएस अपने कमांडों के साथ माघ मेले में कैंप कर चुके हैं। सर्विलांस से वे माघ मेला कैंपस के अदंर काल की जाने वाली सभी कालों की मानिटरिंग करेंगी। एटीएम का सबसे ज्यादा ध्यान बाहर से आने जाने वाली काल पर होगा। यह ट्रेस होता रहेगा कि कहीं यहां पर कोई बाहरी व्यक्ति आकर इंटरनेशनल काल तो नहीं कर रहा है।

कोबरा कमांडो ने संभाला मोर्चा

सैटरडे को पुलिस के कोबरा कमांडो भी माघ मेला एरिया में थे। पुलिस क्या चीज है यह बताने के लिए और पब्लिक के मन से खौफ हटाने के लिए कमांडो सामने थे। वह माघ मेला एरिया में पैदल ही मार्च करने निकल पड़े। पुलिस लाइंस से लेकर अंदर तक इधर उधर घूमते रहे। हाईटेक वेपंस के साथ कमांडो को मार्च करते देख हर कोई खुश था कि उनकी सिक्योरिटी के लिए यहां पर पुख्ता इंतजाम है। पुलिस ने बताया कि माघ मेले की सिक्योरिटी के लिए स्पेशल स्वाट टीम बनायी गयी है। यह टीम माघ मेले में होने वाली हर छोटी बड़ी घटना की मानिटरिंग करेगी। पुलिस टीम को ब्रीफ किया जा रहा है। कहीं कोई घटना दुर्घटना होती है तो उसे तत्काल हैंडल किया जाए। माघ मेले में कुल 4000 पुलिस वाले लगे हैं। मॉब को कंट्रोल करने के लिए स्पेशल इंतजाम हैं। घाट पर ज्यादा मॉब हो गया तो उसे झूंसी की ओर से निकाला जाएगा।

सेवा के लिए लगी पुलिस

एसएसपी उमेश श्रीवास्तव ने साफ कर दिया कि माघ मेले में ड्यूटी पर लगी पुलिस दंगा नियंत्रण या आतंकियों से भिडऩे के लिए नहीं है। गंगा स्नान के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। उनकी ड्यूटी सेवा भाव के लिए लगाई गई है। पुलिस टीम को मीटिंग में यही बताया जा रहा है कि उनका यहां ड्यूटी पर आने का मकसद क्या है। ताकि स्नान पर्व के दौरान किसी श्रद्धालु को कोई परेशानी न उठानी पड़े।

Fire demonstration

माघ मेला पुलिस लाइंस में पुलिस आफिसर्स ने मीटिंग ली। इसके बाद फायर ब्रिगेड ने फायर डिमांस्टे्रशन करके दिखाया। कैंप में आग लगाई और फायर ब्रिगेड ने तत्काल केमिकल की मदद से आग पर काबू पा लिया। दरअसल फायर ब्रिगेड के पास आग बुझाने के लिए कई उपकरण आ चुके हैं। कल्पवासियों के कैंप में आग लगने पर फायर ब्रिगेड की बाइक टीम वहां पहुंचकर मदद करेगी।