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ड्रोन कैमरे है विभाग के पास

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चालू हालत में है ड्रोन कैमरा

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घंटे ड्रोन कैमरे से निगरानी करने का है आदेश

-खराब पड़े हैं विभाग के ड्रोन कैमरे, प्राइवेट कैमरों से रखेंगे नजर

-विभाग के पास नहीं है ड्रोन उड़ाने वाले एक्सपर्ट, नहीं मिली है प्रॉपर ट्रेनिंग

PRAYAGRAJ: हाई कोर्ट का आदेश है और आदेश का पालन जरूरी है। ऐसे में आनन-फानन में इंतजाम करके पुलिस ने ड्रोन से निगरानी का डेमो कर लिया। यह डेमो एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सिविल लाइंस स्थित सुभाष चौराहा पर किया गया। यहां आसमान से मास्क की निगरानी की तो गई जरूर। लेकिन सूत्रों का दावा है कि यह ड्रोन पुलिस विभाग के नहीं थे। आदेश के अनुपालन के लिए पुलिस ने प्राइवेट एजेंसियों से ड्रोन हायर किया था। सूत्रों का कहना है कि पुलिस के ड्रोन पहले ही खराब हो चुके हैं। इन्हें रिपेयर करने के लिए बाहर भेजा गया है।

रोड पर सख्ती, ड्रोन में फेल

हाईकोर्ट ने प्रदेश के सबसे ज्यादा संक्रमित छह जिलों में 24 घंटे ड्रोन से निगरानी का आदेश दिया है। इन छह जिलों में प्रयागराज भी शामिल है। यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना अनिवार्य है। ऐसा न करने पर कार्रवाई होगी। कोर्ट के आदेश के बाद डीआईजी/एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने जिले के सभी पुलिसकर्मियों को सख्ती से रोड पर उतर कर कोविड-19 का पालन कराने का आदेश दिया है। कोविड-19 का पालन न करने वालों पर डेली दर्जनों कार्रवाई भी की जा रही है। लेकिन प्रयागराज पुलिस ड्रोन कैमरे से निगरानी के मामले में फेल साबित हो रही है। आलम यह है कि विभाग के पास चार ड्रोन कैमरे होने के बावजूद प्राइवेट ड्रोन की हेल्प लेनी पड़ रही है।

चार है विभाग के पास ड्रोन

पुलिस विभाग के पास सिर्फ चार ड्रोन कैमरे हैं। इनमें तीन ड्रोन कैमरे इस वक्त खराब पड़े हैं। वहीं एक कैमरा चालू हालत में है। बाकी तीन को रिपेयर करने के लिए बाहर भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि यह सभी जल्द ही रिपेयर होकर आ जाएंगे। तब तक प्राइवेट कंपनियों से ड्रोन हायर कर निगरानी होगी।

यहां होगा ज्यादा फोकस

सबसे ज्यादा फोकस कोतवाली, रेलने स्टेशन और बस स्टैंड होगी। इन जगहों पर पब्लिक का सबसे ज्यादा आवागमन होता है। इसके साथ ही हर क्षेत्र में स्थानीय पुलिस द्वारा जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग की जा रही है। विभाग की सख्ती सड़कों पर दिखाई भी दे रही है।

विभाग के पास चार ड्रोन कैमरे हैं। इनमें कुछ टेक्निकल इश्यूज हैं। इसके चलते इन्हें ठीक कराने के लिए भेजा गया है। एक ड्रोन कैमरा वर्क कर रहा है। यह ड्रोन कैमरे कुंभ के दौरान विभाग को निगरानी हेतु मिला था। लॉकडाउन के दौरान थोड़ा बहुत यूज हुआ था।

-प्रकाश दुबे, आरआई पुलिस लाइन