प्रयागराज ब्यूरो । बेली अस्पताल के पचास फीसदी मरीजों को लाभ मिलने जा रहा है। अब वह अपना इलाज बिना शहर आए करा सकते हैं। उनके वीडियो कॉलिंग के जरिए ऑनलाइन डॉक्टरों की सलाह मिल जाएगी। यह सुविधा फिलहाल अस्पताल में ट्रायल के तौर पर शुरू की गई और जल्द ही इसे परमानेंट कर दिया जाएगा। क्योंकि शुरुआत में इसका जबरदस्त रिस्पांस सामने आ रहा है। मरीजों को इस सुविधा से काफी लाभ प्राप्त हो रहा है।

कई किमी आने के बाद भी नही मिलता इलाज
बेली अस्पताल में रोजाना दो से ढाई हजार मरीज आते हैं। इनमें से पचास फीसदी शहर के अलावा रूरल एरिया से होते हैं। कई बार इनको इलाज भी नही मिल पाता। साधन के अभाव में यह देरी से पहुंचते हैं। लेकिन अब उन्हें इस परेशानी का सामना नही करना होगा। सीएचसी, पीएचसी सहित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर आने वाले मरीजों को वही से सीनियर डॉक्टर्स की सलाह मिल जाएगी। वह भी वीडियो कालिंग के जरिए।


सात घंटे मिलेगी सुविधा
टेली मेडिसिन के जरिए उन सभी रोगों का ऑनलाइन इलाज मिलेगा, जिनके डॉक्टर्स बेली अस्पताल में तैनात हैं। सुबह 9 से शाम चार बजे तक मरीज अपनी नजदीक हेल्थ सेंटर से इस सुविधा का लाभ ले पाएंगे। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वर्तमान में यह सुविधा ट्रायल के तौर पर दी जा रही है। जल्द ही इसे स्थायी कर दिया जाएगा। इसके लिए बेली अस्पताल में पूरा सेट लगाया गया है। जिसमें डॉक्टरों की जरूरत पडऩे पर मौजूदगी सुनिश्चित की गई है।
लगातार बढ़ रही है संख्या
हाल ही में टेली मेडिसिन सुविधा की शुरुआत की गई है और लगातार इसके लाभार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में रोजाना चालीस से पचास मरीज ऑनलाइन इलाज करवा रहे हैं। भविष्य में यह संख्या काफी बढ़ सकती है। बता दे कि प्रदेश के गिनती के अस्पतालों में टेली मेडिसिन की सुविधा दी जा रही है। जिसमें अब बेली अस्पताल का नाम भी शामिल कर लिया गया है।

रूरल में नही मिलते एक्सपर्ट
बता दें कि विशेषज्ञ डॉक्टर्स की सीएचसी पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर अधिक कमी है। यहां पर नार्मल डॉक्टर्स तैनात किए जाते हैं। जब कोई गंभीर या साधन विहीन मरीज आता है तो उसे निराश होकर लोटना पड़ता है। सरकार नही चाहती कि ऐसे मरीज परेशान हों। इसके लिए ही टेली मेडिसिन के इलाज की सुविधा दी जा रही है। इसकें वीडियो कालिंग के जरिए इलाज मिलने के बाद संबंधित सेंटर से दवाएं और जांच उपलब्ध करा दी जाएंगी।

फिलहाल ट्रायल के तौर पर चालू किया गया है और बेहतर रिस्पांस सामने आ रहा है। इसे जल्द ही परमानेंट कर दिया जाएगा। जिससे अधिक से अधिक मरीजों को फटाफट इलाज दिया जा सके।
डॉ। एमके अखौरी, सीएमएस बेली अस्पताल प्रयागराज