- 16 अगस्त को आयोजित होनी है प्रारम्भिक परीक्षा

- 18 जिलों में आर्गनाइज होगा एग्जाम

- 1127 परीक्षा केंद्रों बनाये गये हैं पूरे सूबे में

- 05 लाख से अधिक आवेदक है प्री एग्जाम के लिए

-----------------------

- पेपर पहुंचाने का काम हुआ पूरा, अब भेजी जाएगी ओएमआर शीट

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ)-2019 की प्रारंभिक परीक्षा की तैयारियों तेजी से पूरा करायी जा रही है। आयोग की ओर से परीक्षा के लिए केन्द्रों को फाइनल कर दिया गया। प्रदेश के 18 जिलों में 1127 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित होगी। हर डिस्ट्रिक्ट के नोडल सेंटर पर पेपर पहुंचा दिया गया है। ओएमआर शीट भी परीक्षा से दो दिन पहले पहुंच जायेगी। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर हर केंद्र में सेनेटाइजेशन का काम परीक्षा से पहले कराया जाएगा। नकल व पेपर लीक रोकने के लिए हर परीक्षा केंद्र में सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया गया है।

5 लाख 28 हजार अभ्यर्थी होंगे शामिल

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी-2019 के तहत 309 पदों की भर्ती निकाली है। इसमें पांच लाख 28 हजार से अधिक आवेदन हुए हैं। इसका प्री एग्जाम 16 अगस्त को प्रदेश के 18 जिलों में आयोजित होगा। परीक्षा के लिए प्रयागराज में 106, आजमगढ़ में 48, बरेली में 50, आगरा में 105, गोरखपुर में 49, अयोध्या में 41, गाजियाबाद में 54, जौनपुर में 51, झांसी में 34, कानपुर नगर में 112, लखनऊ में 141, बाराबंकी में 23, मेरठ में 52, मुरादाबाद में 68, रायबरेली में 26, सीतापुर में 34, वाराणसी में 97 व मथुरा में 36 केंद्र बनाए गए हैं।

----------

सीएम से परीक्षा टालने की गुहार

प्रयागराज : कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से बीईओ-2019 प्रारंभिक परीक्षा के अभ्यर्थी भयभीत हैं। अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर 16 अगस्त को प्रस्तावित परीक्षा को टालने की गुहार लगाई है। अभ्यर्थियों का तर्क है कि लखनऊ, आगरा, कानपुर, गोरखपुर व प्रयागराज बुरी तरह से कोरोना की चपेट में हैं। ऐसे में इन जिलों में अन्य जिलों के हजारों लोगों को एक साथ बुलाने से स्थिति बिगड़ेगी। लोकसेवा आयोग द्वारा वही परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं जो पूर्व में सामान्य परिस्थितियों में निर्धारित थे। ऐसी दशा में निर्धारित केंद्रों पर शारीरिक दूरी मानक का पालन नहीं हो पाएगा। परीक्षा में अन्य प्रदेशों के हजारों अभ्यर्थियों को शामिल होना है। रेल सहित यातायात की अधिकतर सेवा बंद है। ऐसे में वह परीक्षा नहीं दे पाएंगे। ऐसी स्थिति में परीक्षा स्थगित करनी चाहिए। मुख्यमंत्री को बृजलाल तिवारी, सौमित्र शुक्ल, अलंकार पांडेय, राजेश मिश्र, शिवम सिंह, दिवाकर तिवारी व राजेश सिंह ने पत्र लिखा है।