इलेक्शन कमीशन के निर्देश पर चल रहा है बूथों का सर्वे

शहर की तीनों विधानसभाओं में मतदाता बैलेंसिंग का काम शुरू

एडजेस्टमेंट नहीं होने पर बनाए जाएंगे नए बूथ, अधिकतम एक हजार लिमिट तय

2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में आपका पोलिंग बूथ बदल जाए तो चिंता मत करिएगा। इसके पीछे आपकी फाल्ट नहीं बल्कि इलेक्शन कमीशन आफ इंडिया का निर्देश है। कमीशन का कहना है कि किसी भी हाल में एक बूथ पर एक हजार से अधिक मतदाता नहीं रखे जाएंगे। 2017 विधानसभा चुनाव में एक बूथ पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1200 निर्धारित की गई थी। अब इससे भी कम मतदाता संख्या वाले बूथ बनेंगे।

तीनों शहरी विधानसभा में कसरत शुरू

जिले में कुल 12 विधानसभा क्षेत्र हैं और सदर तहसील में तीन विधानसभा शामिल हैं।

इनमें शहर उत्तरी, दक्षिणी और पश्चिमी विधानसभा है।

तीनों विधानसभाओं में पोलिंग बूथों की कुल संख्या इस समय 1280 है।

ऐसे बूथ जिनमें एक हजार से अधिक मतदाता है उनकी संख्या 548 हैं।

इन बूथों का सर्वे किया जा रहा है और मतदाता संख्या में बैलेंसिंग का काम चल रहा है।

मतदान केंद्रों में शामिल बूथों में जिनमें मतदाता की संख्या एक हजार से कम है वहां अधिक मतदाता वाले बूथ से शिफ्टिंग का काम किया जा रहा है।

बूथ की संख्या न बढ़े तो बेहतर

अधिकारियों का कहना है कि हमारी कोशिश मतदाता बैलेंसिंग या एक से दूसरे बूथ में ट्रांसफर करने की है। अगर बूथों की संख्या न बढ़े तो बेहतर होगा। इससे मतदाताओं को दिक्कत होगी और प्रशासन के नए बूथों का मैनेजमेंट नए सिरे से करना होगा। अधिक बूथ सृजित हुए तो मतदान केंद्र के भवन में भी बदलाव किया जा सकता है। इसलिए आपस में बूथों में मतदाता एडजस्टमेंट पर फोकस किया जा रहा है।

नए मतदाता भी बढ़ेंगे

वैसे नए बूथों की संख्या बढ़ना तय माना जा रहा है। क्योंकि, अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस कार्यक्रम में उम्मीद है कि हजारों की संख्या में नए मतदाता जुड़ेंगे और इनको भी अलग अलग बूथों में शामिल किया जाएगा। ऐसे में प्रति बूथ मतदाता संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। यह भी बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में प्रति बूथ मतदाताओं की संख्या घटाकर 1200 की गई थी।

विधानसभा कुल बूथ चिंहित बूथ

शहर उत्तरी 452 234

शहर पश्चिमी 434 262

शहर दक्षिणी 394 52

बढ़ाई जाएगी सुविधाएं

केवल प्रति बूथ मतदाता संख्या ही कम नहीं की जा रही है बल्कि बूथों पर सुविधाएं बढ़ाने की कवायद भी चल रही है। मतदाताओं को बुनियादों सुविधाओं को मुहैया कराया जाएगा। इन बूथों पर टीन शेड, पेयजल व्यवस्था, शौचालय आदि की उपलब्धता के साथ उनको दुरुस्त करने का कार्य भी शुरू हो चुका है। खुद अधिकारी इन मामलों की मानीटरिंग में लगाए गए हैं।