प्रयागराज (ब्यूरो)। एसपी सिटी प्रयागराज दिनेश सिंह को राष्ट्रपति ने 'प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विसÓ से नवाज कर सम्मानित किया जाएगा। पब्लिक की सुरक्षा में पूरी इमानदारी व मेहनत के साथ दिन रात जूझने वाले एसपी सिटी मूल रूप से गाजीपुर जनपद के सादात थाना क्षेत्र स्थित हुरमुजपुर गांव के निवासी है। वर्ष 1997 में वह नौकरी ज्वाइन किए। विभाग में आने के बाद वह पूरी शिद्दत और इमानदारी से खामोशी के साथ काम करने में जुट गए। उनकी इस मेहनत व कार्यकुशलता की गूंज शीर्ष अफसरों से लेकर राष्ट्रपति तक जा पहुंची। पंद्रह अगस्त पर उन्हें इसी सराहनीय कार्यों के लिए राष्ट्रपति द्वारा 'प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विसÓ से नवाजा जाएगा। वह 2015 में एसपी क्राइम लखनऊ रहे। बतौर एसपी क्राइम उनके सराहनीय कार्यों व मेहनत को देखते हुए डीजीपी ने सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया। झांसी में एसपी सिटी रहे दिनेश सिंह को 2017 में डीजीपी द्वारा गोल्ड मेडल से नवाजा गया। इतना ही नहीं, वाराणसी में उन्होंने एसपी सिटी रहते हुए सराहनीय कार्य किया। जिसके लिए फिर डीजीपी ने 2019 में प्लेटिनम पुरस्कान से सम्मानित किया। प्रयागराज में भी एसपी सिटी दिनेश सिंह अपनी मेहनत, फरियादियों से बात करने का सहज लहजा और इमानदारी व बेहतर सूझबूझ के लिए जाने व पहचाने जाते हैं। इंटर के बाद नौकरी पाने तक वह पूरी पढ़ाई इसी प्रयागराज शहर में रहकर किए।

सीओ अजीत सिंह भी होंगे पुरस्कृत
राष्ट्रपति द्वारा 'प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विसÓ से डिप्टी एसपी (सीओ कर्नलगंज) अजीत सिंह चौहान को भी नवाजा जाएगा। पंद्रह अगस्त पर यह मेडल पाने वाले सीओ अजीत सिंह चौहान जिले में तैनात दूसरे अफसर हैं। वर्ष 2015 बैच के डिप्टी एसपी अजीत सिंह चौहान बिहार के रोहतास स्थित सासाराम के निवासी हैं। विषम परिस्थिति में भी मुस्कुराते हुए समस्याओं को हैंडल करने में उन्हें मानों महारत हासिल है। विभाग में आने के बाद 2016 में उन्हें हरदोई जिले में सीओ सिटी का चार्ज मिला। इस पद पर रहते हुए हरदोई में कई सराहनीय कार्य किए। पुलिस विभाग में उनके कार्यों से खुश डीजीपी ने सिल्वर मेडल देकर उनका हौसला अफजाई किया। इसके बाद 2019 में कानपुर नगर में चार्ज मिला तो वहां भी वह पूरी ईमानदारी व मेहनत के साथ काम करते रहे। कानपुर नगर में उनके सराहनीय कार्यों के लिए दोबारा डीजीपी द्वारा डिप्टी एसपी अजीत सिंह चौहान को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया। वर्ष 2022 में उन्हें तीसरा मेडल प्रयागराज में राष्ट्रपति द्वारा 'प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विसÓ दिया गया। यह मालूम चलते ही उन्हें बधाई देने वाला का तांता लग गया।

सीओ नावेन्दु को मिला दसवां मेडल
जिले में तीसरा 'प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विसÓ पुरस्कार के लिए राष्ट्रपति द्वारा डिप्टी एसपी एसटीएफ नावेन्दु कुमार को नामित किया गया है। उन्हे भी 15 अगस्त पर इस मेडल से नवाजा जाएगा। पुलिस विभाग में 1997 में वह सब इंस्पेक्टर नौकरी ज्वाइन किए। इस पद पर मिली तैनाती के बाद वह पूरी इमानदारी व निष्ठा के साथ काम करने में जुट गए। मुकदमों की विवेचना से लेकर अपराधियों की गिरफ्तारी तक में उन्होंने पूरी ताकत झोंक दी। इसी मेहनत का नतीजा रहा कि 2007 में प्रमोशन मिला और वह इंस्पेक्टर बन गए। इंस्पेक्टर बनने के बाद मानों उनमें एक्स्ट्रा एनर्जी आ गई। उनके नाम मात्र से अपराधी कांपने लगे। जान पर खेलकर शातिर अपराधियों को पकडऩा उनकी नौकरी ही नहीं जुनून भी बन गया। वह इमानदारी व मेहनत एवं लगन से काम करते गए और सफलता कदम चूमती गई। वर्ष 2008 में उन्हें राष्ट्रपति द्वारा गैलेंट्री मेडल यानी वीरता पदक से नवाजा गया। इसके बाद 2014 में फिर राष्ट्रपति के जरिए उन्हें पराक्रम पद देकर सम्मानित किया गया। इस तरह अपने शानदार कार्यों की बदौलत कुल नौ मेडल हासिल कर चुके नावेन्दु कुमार का वक्त करवट लिया और 2017 में उनके कार्यों को देखते हुए प्रमोशन मिला और वह डिप्टी एसपी बन गए। सब इंस्पेक्टर से डिप्टी एसपी तक का सफर तय कर चुके नावेन्दु कुमार बिहार के छपना जनपद स्थित धनेशछपत गांव के निवासी हैं। पिछले कई वर्षों से वह प्रयागराज एसटीएफ में बतौर डिप्टी एसपी तैनात हैं। इस पद पर रहते हुए उनके जरिए कई तस्करों व साल्वर गैंग को बेनकाब किया गया। उनके इन्हीं सराहनीय कार्यों को देखते हुए राष्ट्रपति द्वारा पंद्रह अगस्त 2022 में 'प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विसÓ से नवाजा जाना है।