चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के प्रोफेसर ने खुद पर लगे आरोपों का दिया जवाब

बोले मेस में करता हूं भोजन तो धुलने को बर्तन कहां से आए

ALLAHABAD: चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में संविदा पर तैनात प्रो। एडी तिवारी ने खुद पर लगे आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि उन पर पास कराने का दबाव बनाया गया और जब बात नहीं बनी तो डीजीएमई से शिकायत कर दी।

फाइनल में फेल हुए दो छात्र

प्रो। एडी तिवारी ने पिछले साल अगस्त में संविदा पर चिल्ड्रेन हॉस्पिटल ज्वाइन किया था। उनके अंडर में एमडी कोर्स के तीन वर्ष के नौ स्टूडेंट्स हैं। इनमें से तीन छात्रों डॉ। प्रिंस, डॉ। मनोज वर्मा और डॉ। प्रिया का फाइनल एग्जाम था। दो परीक्षा में फेल हो गए, फिर तीनों ने डीजीएमई लखनऊ में प्रो। तिवारी के खिलाफ लिखित शिकायत की। प्रोफेसर पर रिजर्वेशन टिकट बुक कराने, बर्तन धुलवाने, झाड़ू-पोछा लगवाने आदि के साथ एग्जाम में पास कराने के लिए पैसे मांगने का आरोप लगाया।

एजेंट से बुक कराए टिकट

प्रो। तिवारी का कहना है कि वे मेडिकल कॉलेज के गेस्ट हाउस में रहते हैं और खाना मेस में खाते हैं। ऐसे में बर्तन कहां से आए झाड़ू कहां लगवाया, ये भी बताया जाए। एग्जामिनर के रेलवे टिकट एजेंट से बुक कराए गए थे। बाहर से तीन एग्जामिनर आए थे और उन्होंने ही नंबर दिए तो स्टूडेंट्स के फेल होने में आखिर उनकी क्या भूमिका है।

टीचिंग रोस्टर और रजिस्टर चोरी

प्रो। तिवारी संविदा पर कन्नौज में अटैच किए गए हैं। लेकिन उनकी नियुक्ति इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज में है। ऐसे में उन्हें दोनों जगह समय देना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कन्नौज जाने से पहले उन्होंने एक छात्र को आलमारी की चाबी दी थी। लौटकर आए तो देखा कि टीचिंग रोस्टर और हाजिरी रजिस्टर गायब था। इसकी शिकायत उन्होंने एचओडी से की है।

जांच चल रही है। रिपोर्ट डीजीएमई को सौंपी जाएगी। दोनों पक्षों के बयान दर्ज कराए जा रहे हैं। आरोप के प्रूफ भी मांगे जा रहे हैं।

प्रो। एसपी सिंह, प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज